डोंगरगढ़ : मां बमलेश्वरी देवी की नगरी डोंगरगढ़ में आज दशमेश पिता गुरु गोविंद सिंह जी के चार साहबजादों की याद में सफर ए शहादत के नाम से शोभायात्रा निकाली गई.
मौन निकाली गई इस शोभायात्रा का शुभारंभ गुरुद्वारा गुरुसिंह सभा के द्वारा गुरुद्वारा प्रांगण से हुआ.शोभायात्रा रेलवे चौक टॉकीज चौक जयस्तम्भ चौक गोल बाजार जैन मंदिर मार्ग होती हुई वापस गुरुद्वारा जाकर समाप्त हुई. जगह-जगह पर लोगों ने अपने विचार भी व्यक्त किया शोभायात्रा का स्वागत भी जगह-जगह हुआ.
अतिथियों मे डॉक्टर पन्नालाल बाफना शशिकांत द्विवेदी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष मनोज अग्रवाल स्काउट गाइड के स्टेट कमिश्नर गोपाल खेमुका सहित अन्य लोगों ने गुरु गोविंद सिंह के चार साहिब जादों को हिंदू धर्म की रक्षा के लिए पिता दशमेश सहित कुर्बानी देने का बखान करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.
किस तरह गुरु साहब का पूरा परिवार हिंदू धर्म की रक्षा के लिए देश के लिए कुर्बान हो गया यह इतिहास में अंकित है किंतु विगत 60 वर्षों से जनता के सामने नहीं लाया गया. वर्तमान सरकार ने 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के रूप में चार साहबजादों को याद करने तथा प्रत्येक शासकीय अर्ध शासकीय संस्थानों में उनकी जीवनी उनके क्रियाकलापों व देश के लिए उनकी कुर्बानी को याद करने की जो परंपरा प्रारंभ की है वह निश्चित रूप से सराहनीय है.
इसके लिए सिख समाज ने भी प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया.शोभायात्रा में समाज के प्रधान परमजीत सिंह पूर्व प्रधान गुरविंदर सिंह अमरदीप सिंह हरपाल सिंह जसदीप सोनू जरनैल सिंह अरोरा अमित जैन शशिकांत द्विवेदी सुरेंद्र सिंह बन्नोआना सुनील जैन लक्ष्मी नारायण अग्रवाल कुलवंत कक्कड़ डीपी शर्मा मनोज अग्रवाल डॉक्टर पन्ना बाफना राकेश अग्रवाल प्रकाश चोरडिया जसमीत बन्नोआना विजेंद्र सिंह ठाकुर महेंद्र अग्रवाल हरीश मोटघरे विनीत यादव गुड्डी यादव अनीता इंदुरकर रामसाय डडसेना प्रिंस कक्कड़ शम्मी भाटिया इंद्रपाल सिंह राजा पालिकाध्यक्ष सुदेश मेश्राम हरीश भंडारी सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए व चार साहिबजादों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की गुरुद्वारा पहुंचकर कीर्तन के बाद अरदास हुई तत्पश्चात कार्यक्रम का समापन किया गया.बड़ी संख्या में अन्य समाज के लोग उपस्थित थे.