राजधानी रायपुर में स्कूल जाने वाली लड़कियों और नौकरी की तलाश कर रही महिलाओं को देह व्यापार में धकेला जा रहा है। शहर के पॉश इलाकों में घरों के भीतर प्रॉस्टिट्यूशन सेंटर चलाए जा रहे हैं।
मासूम चेहरे पर पाउडर की हल्की सी लेयर। होंठ पर लाइट लिपिस्टिक। कानों में छोटी बालियां। और इस मेकअप को ओवरशैडो कर रहीं एड़ियों की दरारें। दुबला बदन, हाइट कुछ 5 फीट 2 इंच। इस हुलिए वाली 18 साल की लड़की हमारे सामने किसी तवायफ की तरह बैठी है।
इस बीच एक आवाज आई – थोड़ा जल्दी कर लेना साहब! लड़की को दूसरी जगह भी भेजना है। इस आवाज ने हमारा ध्यान ठीक पीछे खड़ी महिला दलाल की ओर खींचा। वो कमरे का दरवाजा बंद करते हुए आगे बोली- ये रिया है, इससे अच्छी सर्विस देने वाली हमारे पास दूसरी और कोई नहीं।
कमरा बंद हुआ तो हम रिया के करीब गए। उसे अपना परिचय बताया। पत्रकार जान, रिया घबरा गई।और कहा- मुझे अब डर लग रहा है। आप क्या करने यहां आए हैं? हमनें रिया को समझाया, उसके सारे सवालों के जवाब दिए। फिर उससे उसकी स्टोरी पूछी…
लड़की ने बताई पूरी दास्तान
रिया ने बताया -उसके पापा की दो साल पहले ब्रेन हेमरेज से डेथ हो गई थी। मां हार्ट पेशेंट है। इसके अलावा एक छोटा भाई है, जो अभी 13 साल का है। कई तरह के कर्ज थे, घर की जिम्मेदारी उस पर आ गई थी।
रिया आगे बोली- मैं नौकरी की तलाश में थी। इसी बीच एक आदमी नौकरी दिलाने के नाम पर यहां लेकर आया। उसने पहले मेरे साथ गलत काम किया। फिर मुझसे कहा– तेरे साथ यही काम कुछ लोग रोज करेंगे। काम करने के बदले पैसे मिलेंगे उससे अपने घर का कर्ज पटा लेना। इसके बाद वो तो चला गया, लेकिन मैं नहीं निकल पाई।
मां को लगता है मैं नौकरी पर जाती हूं
मेरे साथ जब गलत काम हुआ तो मां को बताया था। वो डर गईं। मुझे लगा उन्हें कुछ हो न जाए, इसीलिए आगे कुछ नहीं कहा। इसके बाद अपना काम बताने की भी कोशिश की, लेकिन खुलकर कभी बोल नहीं पाई। मां को लगता है, मैं नौकरी पर जाती हूं।
रिया बोली– काम के आधे पैसे मिलते हैं, आधा कमीशन जाता है
रिया के साथ कमरे में आधे घंटे का वक्त बिताने के लिए महिला दलाल ने हमसे दो हजार रूपए लिए थे। रिया से हमने पूछा– इस दो हजार में तुम्हें कितने मिलते हैं? रिया ने बताया कि मुझे सिर्फ हजार रुपए ही मिलेंगे। बाकी का हजार वो खुद रख लेगी।
रोज दो से तीन आदमी से मिलना पड़ता है। वो लोग पैसे देते हैं उसमें से आधा दलाल रख लेती है, आधा मुझे देती है। ऐसे ही घर चल रहा है। रिया अकेली नहीं है, जो इस स्याह में फंसी हैं। कई लड़कियां हैं, जिन्हें रोज अपना जिस्म बेचकर घर चलाना पड़ता है। दलाल इनकी मजबूरी का फायदा उठाते हैं।
यूट्यूबर बनना चाहती है रिया, कहा – कर्ज खत्म होते ही काम छोड़ दूंगी
रिया ने बताया वो 12वीं कक्षा में पढ़ रही हैं। कॉमर्स चुना है। आठ बजे के बाद दलाल कस्टमर नहीं बुलाते। इसके बाद घर जाकर पढ़ाई करती हूं। रिया से बातचीत पूरी करने के बाद हमने उनसे अपना लैपल माइक वापस मांगा।
इस दौरान रिया ने पूछा– सर, ये माइक कितने का आता है।
हमने जवाब दिया– 4-5 हजार के बीच मिल जाता है।
वॉट्सऐप पर चल रहा है धंधा, उम्र के हिसाब से तय होता है रेट
हमारी पड़ताल में सामने आया कि प्रोस्टिट्यूशन का ये पूरा खेल वॉट्सऐप पर चल रहा है। वॉट्सऐप पर दलाल कस्टमर्स के डिमांड के मुताबिक लड़कियों की तस्वीरें भेजते हैं। इसके बाद कस्टमर अपनी पसंद बताता है। दलाल चैट पर ही लड़कियों का रेट बता देते हैं।
ये रेट लड़कियों के उम्र के आधार पर तय होती है। 17 से 20 साल की लड़कियों का रेट एक घंटे के लिए 3 से 5 हजार के बीच होता है। पूरी रात का सौदा 15 हजार में तय होता है। उम्र के नंबर्स जैसे–जैसे बढ़ते जाते हैं रेट कम होते जाता है।
हमने भी यही प्रोसेस फॉलो कर दलाल तक पहुंचे थे। फिर दो लड़कियों से कस्टमर बनकर मुलाकात की। रिया उन्हीं में से एक है।
पति 11 महीने से जेल में, दो बच्चों का पेट पालने प्रोस्टीट्यूट बनी
रिया के बाद हम कस्टमर बनकर 24 साल की अदिवा से मिले। अदिवा ने बताया कि वो पढ़ना चाहती थी। घरवालों के पास पैसे नहीं थे, इसलिए कम उम्र में शादी कर दी। पति चोर निकला, पिछले 11 महीन से जेल में हैं।
दो बच्चे हैं मेरे, काम की तलाश में निकली तो किस्मत ने इस लाइन में पहुंचा दिया। अब जैसा भी है, लेकिन दो बच्चों का पेट पल जा रहा है। हमारी लाइफ तो गई, शायद बच्चों की सुधार सकूं।
फोटो वायरल होने के बाद काम छोड़ना मुश्किल
जिन लड़कियों को देह व्यापार में उतारा गया है, उनके सामने सबसे बड़ी परेशानी आइडेंटिटी की है। दरअसल, दलाल इनके फोटो सीधे वॉट्सऐप भर भेज देते हैं। यहीं से इनकी आइडेंटिटी कॉम्प्रोमाइज हो जाती हैं।
इसके बाद इनके नंबर्स और फोटो अलग–अलग दलालों के पास भी पहुंच जाते हैं। ये लोग काम छोड़ना भी चाहें, तो इन्हें ब्लैकमेल किया जाता है। मजबूरी में इन्हें फिर से यही काम चुनना पड़ता है।
धंधा चला रही ज्यादातर दलाल महिलाएं, घर पर बुलाकर प्रोवाइड कर रहीं सर्विस
हमारी पड़ताल में ये भी सामने आया कि राजधानी में ज्यादातर महिलाएं ही प्रोस्टिट्यूशन का धंधा चला रही हैं। इनमें से कुछ महिलाएं कुछ साल पहले तक खुद भी प्रोस्टीट्यूट के तौर पर काम किया करती थी। अब नई लड़कियों को पैसों का लालच देकर इस धंधे में ला रही हैं।
हेमा नाम की जिस महिला दलाल से हमने बातचीत की, वो दो बच्चों की मां है। राजधानी के एक पॉश इलाके में किराए पर 2BHK फ्लैट ले रखा है। पति जब 11 बजे नौकरी के लिए जाता है तो, हेमा घर पर ही कस्टमर बुलाती है। अपने फ्लैट का एक कमरा बुक कर देती। इसके बदले में कमीशन लेती है।
एसपी बोले- मामला गंभीर, कार्रवाई करेंगे
मामले को हमने रायपुर पुलिस अधीक्षक लाल उमेद सिंह के सामने भी रखा। उन्हें 18 साल की रिया के बारे में जानकारी दी। वीडियो दिखाया जिसमें वह अपनी दास्तान बता रही है। कैसे नौकरी के बहाने उसे देह व्यापार में धकेल दिया गया। दूसरी उन लड़कियों के बारे में भी बताया, जिनकी कहानी भी रिया की तरह ही है।
फिर सवाल किया- पुलिस इस पूरे मामले पर क्या एक्शन लेगी। एसपी सिंह ने कहा- ये गंभीर है। इस पूरे केस पर कोई बयान कार्रवाई के बाद ही देंगे।