गणेश चतुर्थी पर MP में सार्वजनिक अवकाश, CM मोहन यादव ने स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग पर दिया जोर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गणेश चतुर्थी पर्व के अवसर पर मध्यप्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। उन्होंने राज्य शासन द्वारा निर्धारित अवकाश व्यवस्था की समीक्षा के लिए समिति गठित करने के निर्देश भी दिए। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2027 में होने वाले नगरीय निकायों के चुनाव में अध्यक्ष पद का निर्वाचन प्रत्यक्ष प्रणाली से कराया जाएगा।

डॉ. यादव ने लोगों से अपील की कि गणेश चतुर्थी और नवरात्रि जैसे धार्मिक आयोजनों में स्वदेशी सामानों का उपयोग करें। उन्होंने मूर्ति निर्माण में मिट्टी और लुगदी को प्राथमिकता देने तथा प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी मूर्तियों को हतोत्साहित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूजा-पाठ और साज-सज्जा में देश में बने वस्त्र व सामग्री का इस्तेमाल करने से छोटे व्यापारियों को प्रोत्साहन मिलेगा और आत्मनिर्भर भारत व आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का लक्ष्य साकार होगा।

अपने संबोधन में उन्होंने हाल ही में कटनी में हुए माइनिंग कॉन्क्लेव की उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। इस कॉन्क्लेव में 56 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्ताव मिले। आयोजन का फोकस क्रिटिकल और स्ट्रेटजिक मिनरल्स की संभावनाओं और उनके संवर्धन पर रहा। कई बड़े सार्वजनिक उपक्रमों और निजी संस्थाओं ने इसमें भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सड़कों और पर्यटन के विकास पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि राज्य में 27 नई परियोजनाओं पर काम हो रहा है जिनमें जबलपुर-भोपाल ग्रीन फील्ड हाईवे और इंदौर-भोपाल ग्रीन फील्ड कॉरिडोर जैसी प्रमुख सड़कें शामिल हैं। साथ ही राष्ट्रीय उद्यानों को आपस में जोड़ने के लिए टाइगर कॉरिडोर विकसित किया जाएगा।

धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 27 अगस्त को उज्जैन में ग्लोबल स्पिरिचुअल कॉन्क्लेव आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश-विदेश से 300 से अधिक प्रमुख हस्तियां शामिल होंगी। इसके अलावा 29-30 अगस्त को ग्वालियर में रीजनल टूरिज्म कॉन्क्लेव होगा, जिससे नए निवेश और रोजगार के अवसर पैदा होंगे। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि इन प्रयासों से प्रदेश औद्योगिक और आर्थिक विकास का नया केंद्र बनेगा।

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