इस कंपनी की डीजल कार पर टूट पड़ी पब्लिक, 6 महीने की बिक्री ने उड़ाए होश

महिंद्रा कई सालों से भारतीय ग्राहकों के दिलों में अपनी मजबूत पकड़ बनाए हुए है. इसकी झलक हर महीने के सेल्स आंकड़ों में साफ दिखाई देती है. SUV सेगमेंट में कंपनी ने खुद को एक लीडर के तौर पर स्थापित कर लिया है. दिलचस्प बात ये है कि जहां दूसरे ऑटोमोबाइल कंपनियां डीजल वेरिएंट्स को धीरे-धीरे बंद कर रही हैं, वहीं महिंद्रा ने अपने डीजल मॉडल्स को न सिर्फ बनाए रखा है, बल्कि इन्हीं की बदौलत बिक्री के नए रिकॉर्ड भी बना रही है.

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डीजल ने मारी बाजी

वित्त वर्ष 2025 में महिंद्रा की SUV बिक्री 5,51,487 यूनिट्स तक पहुंची, जो कि FY24 की 4,59,877 यूनिट्स की तुलना में करीब 20% की बढ़त को दिखाता है. इनमें से 4,25,329 यूनिट्स डीजल इंजन वाले वाहनों की थी (जिसमें मराज़ो MPV की 166 यूनिट्स भी शामिल हैं), जबकि पेट्रोल वेरिएंट्स की बिक्री 1,13,268 यूनिट्स रही. इलेक्ट्रिक सेगमेंट में कंपनी ने 12,890 यूनिट्स की डिलीवरी की.

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महिंद्रा की पेट्रोल सेल में सबसे बड़ा योगदान XUV 3XO का रहा, जिसकी 69,496 यूनिट्स बिकीं — ये इकलौती महिंद्रा SUV है जिसमें डीजल की तुलना में पेट्रोल की मांग ज्यादा रही. इसके बाद XUV700 की 22,910 और स्कॉर्पियो N की 11,447 पेट्रोल यूनिट्स बिकीं. थार और थार रॉक्स की पेट्रोल बिक्री क्रमशः 3,235 और 6,180 यूनिट्स रही.

1.5 लाख से ज्यादा डीजल स्कॉर्पियो SUV बिकीं

अगर बात करें डीजल सेगमेंट की, तो FY2025 में 1.5 लाख से अधिक डीजल स्कॉर्पियो SUV बिकीं, जो कि कंपनी के सबसे ज्यादा बिकने वाले डीजल मॉडल्स में से एक रहा. इसमें पेट्रोल वेरिएंट्स की हिस्सेदारी 7% से भी कम रही. वहीं, बोलेरो (नियो सहित) और मराज़ो जैसे मॉडल्स सिर्फ 1.5-लीटर डीजल इंजन के साथ उपलब्ध हैं.

इसके अलावा, थार की कुल बिक्री का 93% हिस्सा डीजल वर्जन से आया, जबकि थार रॉक्स के 5-डोर वेरिएंट में डीजल की हिस्सेदारी करीब 84% रही. ये आंकड़े साफ दिखाते हैं कि डीजल सेगमेंट में महिंद्रा आज भी बाज़ी मार रही है और ग्राहकों के बीच इसकी पकड़ बेहद मजबूत है.

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