पंजाब पुलिस को आतंकी मॉड्यूल की जांच के दौरान एक ब्रिटिश सिख सैनिक के बारे में बड़ा सुराग मिला है. संदेह है कि राज्य में पुलिस थानों पर हाल ही में हुए ग्रेनेड हमलों के पीछे इसी ब्रिटिश सिख सैनिक का हाथ है. यह आतंकी मॉड्यूल खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के प्रमुख और पाकिस्तान में रह रहे रणजीत सिंह नीता की ओर से संचालित किया जाता है.
पंजाब पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने मंगलवार को जानकारी दी कि पंजाब में अक्टूबर और नवंबर में कई आतंकी हमले हुए जिनमें हथगोले और ‘इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) से हुए हमले शामिल हैं. दो हमले लुधियाना में हिंदू समूहों के नेताओं के घरों पर पेट्रोल बम का इस्तेमाल करके किए गए. इसके अलावा भी कई ऐसे हमले हुए जिसकी जिम्मेदारी नीता और फतेह सिंह बागी ने ली थी.
पहचान छिपाने के लिए जगजीत बना फतेह
वहीं, दिसंबर में शहीद भगत सिंह नगर जिले के काठगढ़ पुलिस थाने के अंतर्गत आने वाली असरों पुलिस चौकी पर एक हथगोला फेंका गया. इन हमलों की जिम्मेदारी नीता और फतेह सिंह बागी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके ली है. उसने खुद को ‘सर्विलांस और रिकॉन्सेंस यूनिट’ का हिस्सा बताया, जो कि खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) के तहत काम करती है.
इन केजेडएफ मॉड्यूलों की जांच से पंजाब पुलिस को ब्रिटिश सेना के एक सिख सैनिक जगजीत सिंह का पता चला है. ऐसा संदेह है कि वह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए छद्म नाम फतेह सिंह बागी का इस्तेमाल कर रहा है. जगजीत सिंह पर शक है कि वह अपनी असली पहचान छिपाने के लिए फतेह सिंह बागी का उपनाम इस्तेमाल कर रहा है.
2013 में ब्रिटिश सेना में हुआ था भर्ती
जगजीत सिंह मूल रूप से तरनतारन के मियांपुर गांव का रहने वाला है. पंजाब पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जगजीत सिंह 2010 में छात्र वीजा पर ब्रिटेन गया था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद वह 2013 में ब्रिटिश सेना में सिपाही के तौर पर भर्ती हो गया था.