पंजाब पुलिस ने शनिवार को खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स (केजेडएफ) टेरर मॉड्यूल के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. ये तीनों बदमाश हैंडग्रेनेड अटैक केस में वांधित है. इसके साथ ही पुलिस ने इस केस को सुलझा लेने का भी दावा किया है. बीते 2 दिसंबर को केजेडएफ मॉड्यूल के इन आतंकियों ने नवांशहर के काठगर्न पुलिस स्टेशन की एक चौकी पर हैंडग्रेनेड से हमला किया था.
पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहल्ला काजियान निवासी युगप्रीत सिंह उर्फ युवी, मोहल्ला जगोतेयान निवासी जसकरण सिंह उर्फ शाह और राहों के दुग्गलान मोहल्ला निवासी हरजोत सिंह उर्फ जोत के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से एक देसी पिस्तौल और एक रिवॉल्वर के साथ 6 जिंदा कारतूस बरामद किया है.
In an intelligence led operation, Counter Intelligence Jalandhar in a joint operation with @SBSNagarPolice, successfully solved the hand grenade attack incident reported on 2nd December at Police Post Asron, PS Kathgarh with the arrest of 3 persons: Yugpreet Singh (Yuvi),… pic.twitter.com/GSrZX4DRbw
— DGP Punjab Police (@DGPPunjabPolice) December 14, 2024
डीजीपी ने कहा कि पकड़े गए तीनों अपराधी केजेडएफ के सक्रिय सदस्य हैं. इन्हें जर्मनी, यूनाइटेड किंगडम (यूके) और अन्य देशों में बैठे हैंडलर अपने निर्देशों के जरिए वारदातों को अंजाम दिलाते रहे हैं. उन्हें पंजाब और हरियाणा में पुलिस प्रतिष्ठानों और अल्पसंख्यक नेताओं को निशाना बनाने का काम सौंपा गया था. इस मॉड्यूल ने बीते 6 महीनों में 4.5 लाख रुपए की फंडिंग की थी.
प्रारंभिक जांच से पता चला कि आरोपियों ने 28 नवंबर को जालंधर में जीटी रोड पर स्थित एक ‘डेड लेटर बॉक्स’ (डीएलबी) से हैंड ग्रेनेड निकाला था. इसके बाद 2 दिसंबर को एसबीएस नगर में पुलिस पोस्ट हमला किया था. डीएलबी एक गुप्त स्थान होता है, जिसका इस्तेमाल दो लोगों के बीच व्यक्तिगत रूप से मिले बिना सूचना या वस्तुओं का आदान-प्रदान करने के लिए किया जाता है.
सहायक महानिरीक्षक नवजोत सिंह महल ने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर एक अभियान में पुलिस टीम ने एसबीएस नगर शहर में रेलवे क्रॉसिंग के पास एक चेक पोस्ट स्थापित किया. आरोपियों को उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे बाइक पर सवार होकर नवांशहर बस स्टैंड की ओर जा रहे थे. इस मामले में आगे और पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए आगे की जांच जारी है.