पंजाब में 24 अक्टूबर को होने वाले राज्यसभा उपचुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने उद्योगपति राजिंदर गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है। यह उपचुनाव संजीव अरोड़ा द्वारा राज्य विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई सीट को भरने के लिए हो रहा है। अरोड़ा वर्तमान में भगवंत मान कैबिनेट में मंत्री हैं और उनका कार्यकाल 9 अप्रैल 2028 तक था।
ट्राइडेंट समूह के मानद अध्यक्ष गुप्ता ने हाल ही में राज्य आर्थिक नीति एवं योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष और काली देवी मंदिर सलाहकार समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया था। इस कदम से यह स्पष्ट संकेत मिले कि आप उन्हें उपचुनाव के लिए मैदान में उतार सकती है।
आम आदमी पार्टी को पंजाब विधानसभा में 117 सदस्यीय बहुमत प्राप्त है। जून में पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पंजाब से राज्यसभा जाने की अटकलों को खारिज कर दिया था। लुधियाना पश्चिम विधानसभा उपचुनाव में अरोड़ा की जीत के बाद केजरीवाल ने स्पष्ट कर दिया कि वह उच्च सदन में नहीं जाएंगे।
23 जून को दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब केजरीवाल से पूछा गया कि अरोड़ा की जगह पार्टी किसे उम्मीदवार बनाएगी, तो उन्होंने हास्यपूर्ण अंदाज में कहा कि उन्हें कई बार राज्यसभा भेजा गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उम्मीदवार का चयन पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति करेगी, लेकिन वह स्वयं राज्यसभा नहीं जाएंगे।
लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में अरोड़ा ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के भारत भूषण आशु को 10,637 मतों से हराया था। यह उपचुनाव जनवरी में हुए उपचुनाव का परिणाम था, जो आप विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के कारण हुआ था।
राजिंदर गुप्ता के उम्मीदवार बनने के बाद अब पार्टी का फोकस उन्हें जीत दिलाने और विधानसभा बहुमत बनाए रखने पर रहेगा। इस उपचुनाव के परिणाम पंजाब की राजनीतिक स्थिति और राज्यसभा में आम आदमी पार्टी की स्थिति के लिए अहम माने जा रहे हैं।
यह निर्णय पार्टी की रणनीति और संगठन की सक्रियता को दर्शाता है, जिससे आगामी चुनावी योजनाओं और बहुमत सुनिश्चित करने की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जाएगी।