कतर ने मंगलवार (11 जून) को विवादास्पद गोल की बदौलत भारतीय फुटबॉल टीम को फीफा वर्ल्ड कप के दूसरे दौर के क्वालिफायर मुकाबले में 2-1 से हरा दिया. खराब रेफरिंग के कारण भारत फीफा कप क्वालिफायर के तीसरे दौर में प्रवेश कर इतिहास रचने का मौका चूक गया.
सुनील छेत्री के इंटरनेशनल फुटबॉल से संन्यास के 5 दिन बाद 121वीं रैंकिंग वाली भारतीय टीम लालियानजुआला चांगटे (Lallianzuala Chhangte ) के 37वें मिनट में किये गये गोल की बदौलत आगे चल रही थी.
लेकिन रेफरी ने यूसुफ अयमन के गोल को सही करार दे दिया जबकि ऐसा लग रहा था कि फुटबॉल लाइन से बाहर जा चुकी थी. कुल मिलाकार फुटबॉल में भारतीय टीम से घनघोर बेईमानी हुई.
फुटबॉल लाइन के बाहर चली गई थी, फिर कतर के प्लेयर ने अंदर खिंची और गोल दागा, रेफरी ने गोल वैध करार दिया. जबकि यह गोल नहीं माना जाना चाहिए था.
What just happened here. 😭😭
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यह पूरा माजरा मैच के 73वें मिनट में हुआ. भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत ने कतर के खिलाड़ी युसूफ अयमन का एक हेडर रोका. इसके बाद फुटबॉल गोलपोस्ट के पास लाइन को क्रॉस कर गई. इसके बाद अल हाशमी बॉल को अंदर लेकर आ गए, जिस पर अयमन ने गोल कर दिया. इसके बाद भारतीय खिलाड़ियों ने खेलना रोक दिया. रीप्ले में भी यह साफ तौर पर दिख रहा था कि फुटबॉल लाइन के बाहर थी, लेकिन रेफरी ने इस गोल को कतर के पक्ष में करार दिया.
इस विवादास्पद फैसले के कारण भारत की लय प्रभावित हुई और एशियाई चैम्पियन कतर ने 85वें मिनट में अहमद अल रावी की बदौलत अपना दूसरा गोल कर दिया. एक अन्य मैच में कुवैत ने अफगानिस्तान को 1-0 से हराया. इस तरह कतर और कुवैत अगले दौर में पहुंच गए.
भारतीय टीम के 1-2 से हारने के बाद वर्ल्ड कप क्वालिफिकेशन का सपना टूट गया. वहीं इससे खिलाड़ी और भारतीय फैन्स भी बेहद निराश हैं. क्योंकि विवादास्पद गोल ने परिणाम में बड़ी भूमिका निभाई.