चंदौली : अलीनगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं, जब मोबाइल चोरी के आरोपी संदीप जायसवाल उर्फ आँचू ने हिरासत में रहते हुए पुलिस को चकमा देकर थाने से फरार होने में कामयाबी हासिल की. हालांकि, पुलिस की सक्रियता से उसे अगले ही दिन सकलडीहा चौराहे से नाटकीय ढंग से फिर से गिरफ्तार किया गयाहै. इस मामले ने पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और कार्रवाई की गंभीरता पर चर्चा छेड़ दी है
दरअसल, 28/29 अक्टूबर की रात पुलिस ने संदीप को सहरोई पंचायत भवन के पास से मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था. हिरासत में होने के बावजूद संदीप ने शौच का बहाना बनाकर पुलिसकर्मियों को चकमा दिया और थाने की बाउंड्री फाँद कर फरार हो गया.
पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे के निर्देशन में गठित टीम ने सक्रियता दिखाते हुए उसे पुनः गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन यह घटना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है.
संदीप ने पूछताछ में बताया कि उसने पहले ही शौचालय का बहाना बनाकर भागने की योजना तैयार कर रखी थी. इस गिरफ्तारी में निरीक्षक विनोद कुमार मिश्रा, निरीक्षक रमेश कुमार यादव, सिपाही राम सिंह और हेड कांस्टेबल अनन्तदेव यादव ने भूमिका निभाई.
यह घटना पुलिस हिरासत में सुरक्षा खामियों को उजागर करती है, जिससे साफ होता है कि अलीनगर पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली और सुरक्षा मानकों पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है.