केंद्रीय खेल मंत्री मंसुख मंडाविया ने कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद के बयान पर प्रतिक्रिया दी है. प्रवक्ता ने क्रिकेटर और भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा को ‘मोटा’ करार दिया था, और ऐसा कहकर उनकी कप्तानी पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने उनके हेल्थ को लेकर कहा था कि उनका स्वास्थ्य एक खिलाड़ी के तौर पर मोटा है, और ये कि एक कप्तान के रूप में वह ‘काफी गैरप्रभावी’ रहे हैं.
खेल मंत्री मंसुख मंडाविया ने एक्स पर लिखा, “कांग्रेस और टीएमसी को खिलाड़ियों को अकेला छोड़ देना चाहिए, क्योंकि वे अपने पेशेवर जीवन को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं.” उन्होंने आगे कहा, “इन पार्टियों के नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियां, बॉडी शेमिंग में लिप्त होना और टीम में एक एथलीट पर सवाल उठाना, न सिर्फ बेहद शर्मनाक है, बल्कि पूरी तरह से दयनीय भी है.”
बीजेपी ने शमा के बयान की निंदा की!
बीजेपी ने भी शमा मोहम्मद के बयान की निंदा की थी, आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने एक विश्व कप विजेता का अपमान किया है. पूर्व कांग्रेस नेता और अब बीजेपी की नेता राधिका खेरा ने कांग्रेस पर खिलाड़ियों का दशकों से अपमान करने का आरोप लगाया.
कांग्रेस ने किया शमा के बयान से किनारा!
कांग्रेस ने शमा मोहम्मद के बयान से खुद को अलग कर लिया और बयान को उनकी व्यक्तिगत राय बताया. पार्टी नेता पवन खेरा ने साफ किया कि उनकी पार्टी हमेशा खिलाड़ियों के योगदान को उच्चतम सम्मान देती है. हालांकि, टीएमसी नेता सौगत राय ने भी शमा मोहम्मद के बयान का समर्थन किया था और रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने की मांग की थी.
शमा ने कर दिया अपना पोस्ट डिलीट
बीसीसीआई के उपाध्यक्ष और कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने रोहित शर्मा को फिट और कुशल बताया और खेल में उनके योगदान की सराहना की. शमा मोहम्मद ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “रोहित शर्मा एक खिलाड़ी के लिए मोटे हैं! उन्हें वजन कम करने की जरूरत है! और निश्चित रूप से सबसे गैर-प्रभावी कप्तान हैं!” इस पोस्ट के वायरल होने के बाद कांग्रेस ने उनसे इसे हटाने का अनुरोध किया था, जिसपर शमा ने अपना पोस्ट सफाई के साथ डिलीट कर दिया था.