डीडवाना-कुचामन : जिले की निम्बी जोधा थाना पुलिस ने नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म के मामले में प्रभावी और त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी को तेलंगाना से गिरफ्तार किया है. पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और अथक प्रयासों के आधार पर अभियुक्त को दस्तयाब करने में सफलता हासिल की.
15 अप्रैल 2025 को निम्बी जोधा थाने में पीड़िता के पिता ने शिकायत दर्ज की कि उनकी नाबालिग बेटी को स्कूल से घर लौटते समय सुनसान जगह पर रोककर एक व्यक्ति ने जबरन दुष्कर्म किया। इस शिकायत पर थाने में प्रकरण संख्या 44/2025 दर्ज किया गया, जिसमें भादंसं की धारा 126(2), 115(2), 64(1), पोक्सो एक्ट 2012 की धारा 3/4, 5(एन)/6 के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया.
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा ने तुरंत एक विशेष जांच टीम का गठन किया। इस टीम का नेतृत्व थानाधिकारी रामेश्वरलाल ने किया, जिसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिमांशु शर्मा और वृताधिकारी विक्की नागपाल का निकटतम सुपरविजन रहा.

पुलिस ने घटनास्थल पर एफएसएल और एमओबी टीम को बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए। पीड़िता के बयान बीएनएसएस की धारा 183 के तहत दर्ज किए गए। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी, जो एक शातिर अपराधी है, अपना मोबाइल घर पर छोड़कर फरार हो गया था.
तेलंगाना से आरोपी की गिरफ्तारी
आसूचना संकलन और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि आरोपी हैदराबाद, तेलंगाना की ओर भागा है। विशेष टीम ने बिना देरी किए जयपुर से हवाई यात्रा कर हैदराबाद पहुंचकर तेलंगाना के बाउपेट, करीम नगर से आरोपी सीताराम घेतरवाल को हिरासत में लिया. पूछताछ के बाद उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया. साथ ही, घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल भी बरामद की गई.
आरोपी का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपी सीताराम घेतरवाल का आपराधिक इतिहास रहा है। वह वर्ष 2021 में लाडनूं थाने में दर्ज प्रकरण संख्या 42 के तहत एक नाबालिग बालक के साथ दुष्कर्म के मामले में एक साल से अधिक समय तक जेल में रह चुका है। जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया, जिससे वह एक अभ्यस्त अपराधी के रूप में सामने आया है.
पुलिस टीम का सराहनीय योगदान
इस कार्रवाई में थानाधिकारी रामेश्वरलाल के नेतृत्व में गठित टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीम में शामिल पुलिसकर्मियों में बस्तीराम, भगवान सिंह, प्रेमप्रकाश, लक्ष्मीनारायण, राजकुमार, हरीराम, बृजगोपाल, बेणीगोपाल, जसुराम, मनोज, कृष्णकुमार और साइबर सेल डीडवाना के तुलसीराम शामिल थे। पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा ने टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
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