रायबरेलीः उत्तर प्रदेश में सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक अशोक कोरी एक बार फिर चर्चा में हैं. एक महिला अधिकारी के तबादले की मांग करते हुए विधायक अशोक कोरी ने मुख्य अभियंता विकास एवं विभागाध्यक्ष लखनऊ एके द्विवेदी के सामने हाथ जोड़ लिए. वह यहीं नहीं रुके और उन्होंने कहा कि अगर उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती है तो विधायक के पद से भी इस्तीफा दे देंगे.
रायबरेली जिले से बीजेपी विधायक अशोक कोरी ने आज गुरुवार को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मुख्य अभियंता विकास और विभागाध्यक्ष लखनऊ एके द्विवेदी की मौजूदगी में अधिशासी अभियंता खंड प्रथम संजू कुमारी को हटाने की मांग की. विधायक कोरी ने कहा कि यदि संजू कुमारी के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती है तो वे इस्तीफा देने पर विवश होंगे.
रायबरेली में तैनात हैं संजू कुमारी
उन्होंने संजू कुमारी के खिलाफ जांच की भी मांग की और कार्रवाई किए जाने की अपनी मांग भी दोहराई. वहीं, आज कर्मचारियों ने भी अधिशासी अभियंता प्रथम के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. संजू कुमारी वर्तमान में पीडब्ल्यूडी खंड प्रथम रायबरेली में तैनात हैं.
रायबरेली में बीजेपी विधायक कोरी ने पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता विकास और विभागाध्यक्ष से मुलाकात के दौरान संजू कुमारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए हटाए जाने की भी मांग की. पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष ने विधायक को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनके खिलाफ जांच कराई जाएगी और अगर वह दोषी पाई गईं तो उनके खिलाफ एक्शन भी लिया जाएगा.
लंबे समय से हो रही है हटाने की मांग
बताया जा रहा है कि रायबरेली जिले के सलोन और ऊंचाहार विधानसभा के विधायक संजू कुमारी से काफी परेशान हैं. वह काफी समय से संजू कुमारी की जांच करवाकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. अशोक कोरी का कहना है कि अगर संजू कुमारी को पद से हटा दिया जाए तो समस्याओं का समाधान हो जाएगा. अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे.
इस बीच आज ही संजू कुमारी के विरोध में कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन किया था. संजू कुमारी पर कमीशन लेने और लोगों दबाव बनाने के भी आरोप लगाए गए हैं.