रायबरेली: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए कानपुर शहर से फतेहपुर जनपद अपने मायके आई महिला बच्चों के साथ शुक्रवार की सुबह गंगा स्नान करने के लिए आई. इसी बीच 10 साल का बेटा गंगा में स्नान करते समय लगाए गए मछली के जाल में फंसकर डूबने लगा तो उसे बचाने के लिए मां और उसके बच्चे दौडे तो सभी डूबने लगे. घाट के किनारे मौजूद लोगों ने महिला समेत दो को लोगों को सकुशल बचा लिया, एक बालक की मौत हो गई, महिला का एक 13 साल का बेटा अभी भी लापता है. गोताखोर लापता बेटे की खोजबीन में जुटे हुए हैं.
कानपुर शहर की रहने वाली छेदना देवी का मायका फतेहपुर जनपद के थाना हुसैनगंज क्षेत्र के चक बारी गांव में है. कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान के लिए छेदना देवी अपने दस साल के बेटे आयुष 15 साल के हिमांशु और 13 साल के बेटे पियूष के साथ अपने मायके आई थी. शुक्रवार की सुबह महिला अपने भतीजे आशीष के साथ गंगा स्नान के लिए आई थी, महिला अपने बच्चों के साथ डलमऊ गंगा पुल के दूसरी ओर बच्चों के साथ गंगा स्नान कर रही थी. इसी बीच महिला का दस साल का बेटा आयुष गंगा में नहाते समय पहले से लगाए गए मछली के जाल में फंस गया. यह देखकर महिला अपने बेटे को बचाने के लिए गंगा के गहरे पानी में गई कि वह भी डूबने लगी, मां को डूबता देख बाहर खड़े हिमांशु ने शोरगुल मचाया तो पीयूष और आशीष महिला को बचाने के लिए गंगा में कूदे.
वहीं मौजूद घाट पर गोताखोर भी महिला व बच्चों को बचाने के लिए पहुंच गए इसमें सभी को निकला गया. जिसमें हिमांशु को डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पीयूष अभी भी लापता है पुलिस टीम गोताखोरों की मदद से गंगा में लापता किशोर की तलाश कर रही है.