रायबरेली: खीरों क्षेत्र के लोदीपुर गांव से सीएचसी में बीते रविवार को प्रसव के लिए आई गर्भवती करिश्मा (23वर्ष) ने मृत अवस्था में एक नवजात शिशु को जन्म दिया था, उसके पति लवकुश ने मामले में नर्स पर प्रसव में लापरवाही करने व परिवारजनों से अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए सीएमओ से पूरे मामले की शिकायत किया था.
मामले में सीएमओ ने तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की थी. मंगलवार को एसीएमओ मामले की जांच करने सीएचसी पहुंचे. जांच अधिकारी सहित सभी जिम्मेदार मामले को दबाने में जुटे हैं. सूत्रों की माने तो जांच के नाम पर सेटिंग-गेटिंग कर मामले को दबाया जा रहा है. जांच टीम में डॉ अरविंद कुमार (एसीएमओ), डॉ अनिल जैसल (सर्जन) व डॉ रश्मि पाठक (स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ) का नाम शामिल था. मामले की जांच करने के लिए एसीएमओ अकेले ही सीएचसी पहुंचे. उन्होंने बताया कि अन्य दोनों डॉक्टर की ट्रेनिंग लगी हुई है. इस कारण नहीं आ पाए हैं.
एसीएमओ ने शिकायतकर्ता का बयान लिया. शिकायतकर्ता लवकुश ने बताया कि, उसकी पत्नी करिश्मा ने दुख में 24 घंटे से कुछ भी खाया- पिया नहीं है. उसकी तबीयत बहुत खराब है. लवकुश ने जांच अधिकारी पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा कि, सभी आपस में मिले हुए हैं, ऐसे में उसे न्याय मिलने की उम्मीद नहीं है.