रायबरेली: बाल दिवस पर अभिभावकों ने बच्चों को दिया खास तोहफा, 500 किताबें की दान

रायबरेली: पुस्तकें ही समाज का आइना होती है, यही किसी भी बच्चे की दशा और दिशा दोनों तय करती है. सामाजिक तौर पर इससे बड़ा कोई भी दान नहीं हो सकता है. उक्त विचार जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने महराजगंज ब्लॉक प्राथमिक विद्यालय दौतरा में बाल पुस्तकालय एवं स्मार्ट क्लॉसरूम का उद‌्घाटन करने के दौरान की. बता दें, विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों ने विद्यालय को पुस्तकों का बड़ा दान किया.

अभिभावकों के पुस्तकों की वजह से आज साकार हुए बड़े पुस्तकालय का उद्घाटन करते हुए बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पुस्तकों से बड़ा कोई भी दान नहीं हो सकता है. पुस्तकालय हमेशा बच्चों में अध्ययन के प्रति रूचि पैदा करता है. उन्होंने कहा कि अभिभावकों की रूचि के बिना यह सब संभव नहीं हो सकता था. आप लोगों की मदद से जिस तरह से यहां पर पुस्तकालय और स्मार्ट क्लॉसरूम का उद्घाटन हुआ है. बच्चों के लिए यह रामबाण साबित होगा. इसके अलावा उन्होंने जिले में आईसीटी पुरस्कार में पहला मुकाम हासिल करने वाले प्रधानाध्यापक आशीष प्रताप सिंह को प्रदेश स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए कहा. प्रधानाध्यापक आशीष प्रताप सिंह ने बताया कि एआर वीआर एजुकेशनल डिवाइस के माध्यम से विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया जा रहा है.

बीईओ राममिलन यादव ने कहा कि अभिभावकों ने जिस तरह से रूचि दिखाई है और 500 पुस्तकों का बड़ा दान किया है, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वह कम है. राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने प्रधानाध्यापक आशीष सिंह के प्रयासों की तारीफ करते हुए कहा कि, अभिभावकों की बेहतर रूचि ने ही महराजगंज ब्लॉक के सबसे दूरस्थ विद्यालय को टॉप पर ला दिया है. कार्यक्रम का संचालन आरएसएम के ब्लॉक अध्यक्ष मधुकर सिंह ने किया.

इस मौके पर आरएसएम के ब्लॉक कार्यकारी अध्यक्ष हेमन्त सिंह, महामंत्री राकेश गौतम, संगठन मंत्री पंकज सिंह, रणविजय सिंह गंगापारी, एआरपी डॉ0 श्वेता, शिवबालक, रिजवान अहमद, संजीव बाजपेई, विष्णु साहू, सुषमा पाण्डेय, शेषदत्त गुप्ता, अतुल कुमार, एसएमसी अध्यक्ष अजय कुमार, बीडीसी रोहित, ग्राम प्रधान संदीप कुमार आदि लोग मौजूद रहे.

 

Advertisements
Advertisement