पूर्वी भारत के चार प्रमुख राज्यों बिहार, झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के प्रतिनिधियों की 27वीं पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक 10 जुलाई को रांची में आयोजित की जाएगी. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक को क्षेत्रीय विकास और राज्यीय विवादों के समाधान के लिहाज से अहम माना जा रहा है
बैठक में भाग लेने के लिए बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी बुधवार शाम रांची पहुंचे. बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने राहुल गांधी के बिहार दौरे पर तंज कसते हुए कहा कि राहुल गांधी पटना पिकनिक मनाने आए, उन्हें बिहार से कुछ लेना-देना नहीं है.
World War 3 will be for language, not land! pic.twitter.com/0LYWoI3K0r
— India 2047 (@India2047in) July 4, 2025
राहुल गांधी के पटना आगमन को लेकर तंज कसते हुए डिप्टी सीएम ने कहा, “राहुल गांधी को बिहार की समस्याओं से कोई लेना-देना नहीं है. वे केवल पॉलिटिकल पिकनिक मनाने यहां आते हैं. बिहार के विकास में उनका कोई योगदान नहीं है.”
चौधरी ने झारखंड की राजनीतिक स्थिति पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि अगर झारखंड में यूपीए गठबंधन की सरकार जनता के भरोसे पर खरी नहीं उतरी है, तो वहां के नेताओं को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता के बीच जाकर जवाबदेही तय होनी चाहिए.
पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में इन विषयों पर होगी चर्चा
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा, “पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की यह बैठक बहुत ही अहम है. इसमें बिहार और झारखंड के बीच संपत्ति बंटवारे को लेकर जो वर्षों से विवाद चला आ रहा है, उसे समाप्त करने पर चर्चा होगी. इसके लिए एक साझा कमेटी बनाने का प्रस्ताव रखा जाएगा, ताकि दोनों राज्यों के बीच समझौते की दिशा में ठोस कम उठाया जा सके.”
चौधरी ने कहा कि बिहार और झारखंड के बीच लंबे समय से जारी संपत्ति बंटवारे से जुड़े विवादों को सुलझाने की दिशा में यह बैठक निर्णायक साबित हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि बैठक का फोकस क्षेत्रीय समन्वय, प्रशासनिक सुधार, बुनियादी ढांचे के विकास और सुरक्षा जैसे अहम विषयों पर रहेगा.