बजट को लेकर राहुल गांधी की ‘गोली लगने के घाव पर मरहम पट्टी’ वाली टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेता किसी और की लिखी बातें बोलते हैं. केंद्र सरकार पर राहुल गांधी की ‘विचारों का दिवालियापन’ वाली टिप्पणी कांग्रेस पर भी लागू होती है. राहुल गांधी की टिप्पणी पर एक सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीस कृषि मंत्री ने कहा, “वह खुद कुछ नहीं लिखते हैं; कोई और उनके लिए लिखता है. गोली लगने का बजट से क्या लेना-देना है?”
दरअसल, कांग्रेस ने केंद्रीय बजट में अर्थव्यस्था से जुड़े संकट के समाधान के लिए कुछ नहीं होने का आरोप लगाया. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने ‘X’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘गोली लगने के घाव के लिए एक मरहम पट्टी!’’
उन्होंने आरोप लगाया कि वैश्विक अनिश्चितता के बीच हमारे आर्थिक संकट को हल करने के लिए एक आदर्श बदलाव की आवश्यकता है, लेकिन यह सरकार विचारों को लेकर दिवालिया है.
इस पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कांग्रेस नेताओं को न तो जनता की परवाह है और न ही बजट की समझ है; उनका एकमात्र एजेंडा विरोध करना है. उन्हें बजट को जनता और देश के नजरिए से देखना चाहिए. बजट को ‘विचारों का दिवालियापन’ कहना उन पर लागू होता है.”
केंद्रीय मंत्री ने 50 लाख करोड़ रुपये के बजट की सराहना करते हुए कहा कि इसमें आम लोगों को आयकर में बड़ी राहत दी गई है और 12 लाख रुपये की आय पर कर से छूट दी गई है. यह बजट भारत के 140 करोड़ लोगों का है, जो ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र को दर्शाता है. बजट में समाज के हर वर्ग को प्राथमिकता दी गई है, जिसमें कृषि और ग्रामीण विकास के लिए अब तक का सबसे बड़ा आवंटन शामिल है.
केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान ने कहा कि किसानों को अब किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना के तहत 3 लाख रुपये के बजाय 5 लाख रुपये तक का ऋण कम ब्याज दरों पर मिलेगा, जिससे उनकी खेती में निवेश करने की क्षमता बढ़ेगी और वे बागवानी फसलों की खेती करने और कृषि उत्पादन में विविधता लाने के लिए प्रोत्साहित होंगे.
उन्होंने कहा कि जिन जिलों में कृषि उत्पादकता कम रही है, वहां विशेष प्रयास किए जाएंगे. बजट ग्रामीण विकास को बढ़ावा देगा और यह सुनिश्चित करेगा कि प्रत्येक ग्रामीण को आजीविका मिले. शिवराज ने कहा, “स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को लाभ मिलेगा और गांवों में कोई भी गरीब नहीं रहेगा. यह बजट गरीबी मुक्त गांव बनाने में मदद करेगा.”
MP के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट का उद्देश्य देश को आत्मनिर्भर बनाना है, जिससे किसानों, युवाओं, महिलाओं, मध्यम वर्ग और वंचितों के विकास का मार्ग प्रशस्त होगा. बजट में मध्य प्रदेश को बहुत कुछ दिया गया है.