असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी हमेशा सांप्रदायिक तत्वों की रक्षा करना चाहते हैं. उन्हें बचाने की कोशिश करते हैं. सीएम सरमा ने मंदिरों पर मांस के टुकड़े फेंकने की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा जो लोग इसमें शामिल हैं, कांग्रेस और राहुल उन्हें बचाने की कोशिश कर रहे हैं.
दरअसल, 8 जून को ईद के दौरान कई जगहों पर कथित तौर पर अवैध रूप से मवेशियों का वध किया गया था और मांस के कुछ हिस्से पूजा स्थलों पर फेंके गए थे. पुलिस ने अब तक इन घटनाओं के सिलसिले में धुबरी में 50 और गोलपारा में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.
सांप्रदायिक तत्वों को बचाना राहुल की खासियत
सीएम सरमा ने कहा कि स्थानीय लोगों ने बताया कि इन घटनाओं में कुछ असमाजिक तत्व शामिल थे. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता कि कांग्रेस इन तत्वों को बचाने की कोशिश क्यों कर रही है. यह राहुल गांधी की खासियत है. वे हमेशा सांप्रदायिक तत्वों की रक्षा करना चाहते हैं. वो नहीं चाहते हैं कि लोगों के बीच सामाजिक सद्भाव रहे. इस दौरान उन्होंने असम कांग्रेस चीफ गौरव गोगोई पर भी निशाना साधा.
क्या कोई हिंदू व्यक्ति गाय का वध करेगा?
सरमा ने कहा कि जो लोग यह दावा करने की कोशिश कर रहे हैं कि हिंदू गाय का वध कर सकते हैं और फिर उसके अंगों को मंदिर में रख सकते हैं, वे कुछ भी कहने के काबिल नहीं हैं. ऐसे लोगों की मानसिकता बहुत अलग है. क्या कोई हिंदू व्यक्ति गाय का वध करेगा और फिर उसका एक हिस्सा मंदिर में रख देगा?
दरअसल, घटना के बाद गोगोई ने दावा किया था कि इन घटनाओं और उसके बाद हुई झड़पों ने भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार की खुफिया विफलता को उजागर किया है. गोगोई ने यह आरोप भी लगाया था कि आरएसएस ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले असम के हर गांव में पैठ बना ली है और समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने की कोशिश कर रहा है.