लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) उत्तर प्रदेश के संभल जाना चाहते हैं लेकिन जानकारी सामने आ रही है कि उन्हें वहां पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी. संभल में डीएम द्वारा लगाए गए प्रतिबंध अभी भी लागू हैं. डीएम के आदेश के मुताबिक, प्रतिबंध जारी रहेंगे और राहुल गांधी पर भी लागू होंगे.
मुरादाबाद कमिश्नर औंजनेय सिंह ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा, “हम किसी को रोकना नहीं चाहते लेकिन हम संभल में स्थिति को और खराब नहीं होने दे सकते. जिस तरह से समाजवादी पार्टी के डेलिगशन को रोका गया, उसी तरह की कार्रवाई की जाएगी. कानून के मुताबिक उन्हें रोकने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि हम उनसे संभल न आने की गुजारिश कर रहे हैं, अगर ऐसा नहीं होता है तो आगे कदम उठाए जाएंगे. हम किसी को रोकना नहीं चाहते, खास तौर पर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों को, लेकिन हम स्थिति को नियंत्रण में रखना चाहते हैं. 10 दिसंबर तक प्रतिबंध है और आगे स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
संभल की शाही जामा मस्जिद पर क्या है विवाद?
संभल में मुगल बादशाह बाबर के दौर में बनी जामा मस्जिद पर इस बात को लेकर विवाद है कि यहां पहले ‘हरि हर मंदिर’ था. इसको लेकर हिंदू पक्ष की तरफ से एक वकील ने कोर्ट सर्वे की मांग के साथ स्थानीय कोर्ट में याचिका दायर की थी. बाद में कोर्ट ने सर्वे का आदेश जारी किया, जिसको लेकर इलाके में तनाव पैदा हो गया और मुस्लिम समाज ने इसका विरोध किया.
जब सर्वे के लिए पहुंची आर्कियोलॉजिकल टीम
मसलन, चंदौसी कोर्ट के आदेश के बाद आर्कियोलॉजिकल सर्वे की एक टीम सर्वे के लिए 24 दिसंबर को भी शाही मस्जिद का दौरा किया था. हालांकि, इस दौरान कहा जाता है कि मुस्लिम समाज ने विरोध किया. इस दौरान पुलिस और स्थानीय लोगों में झड़प हो गई. इस दौरान पुलिस की गोलियों से चार मुस्लिम युवकों की मौत हो गई.