वाराणसी : गिरजाघर चौराहा के गीता मंदिर के पास भारतीय जनता पार्टी ओबीसी मोर्चा काशी क्षेत्र के कार्यकर्ताओं द्वारा राहुल गांधी का प्रतीकात्मक पुतला फूंका गया। इस दौरान राहुल गांधी की गिरफ्तारी की मांग की गई. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने आगे कहा कि उन्होंने संसद भवन में भाजपा सांसद प्रताप सिंह सारंगी को धक्का देकर उनके सिर को चोटिल किया, जिससे न केवल संसद की गरिमा को ठेस पहुंची, बल्कि भारतीय लोकतंत्र के मंदिर माने जाने वाले संसद भवन का भी अपमान हुआ है.
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल के नेतृत्व में गिरजाघर के पास संसद बीजेपी सांसद को सिर में चोट लगाने का आरोप लगाकर राहुल गांधी का पुतला फूंका गया.इस दौरान क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा ने कार्यक्रम का संचालन किया और धन्यवाद ज्ञापन आशीष राय चौधरी ने किया.
अनूप जायसवाल ने कहा कि आज संसद भवन में राहुल गांधी द्वारा संसद में किए गए कथित अमर्यादित व्यवहार के विरोध में आयोजित किया गया.यह आरोप लगाया गया कि उन्होंने संसद भवन में भाजपा सांसद माननीय प्रताप सिंह सारंगी को धक्का देकर उनके सिर को चोटिल किया, जिससे न केवल संसद की गरिमा को ठेस पहुंची है.
कार्यक्रम में क्षेत्रीय उपाध्यक्ष अनूप जायसवाल व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सोमनाथ विश्वकर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा से भारतीय संविधान और बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के सिद्धांतों के प्रति असम्मानजनक रवैया अपनाती रही है. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 106 बार संविधान में संशोधन कर उसके मूल स्वरूप को प्रभावित किया और आपातकाल लगाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास किया। यह वही कांग्रेस है जिन्होंने बाबा साहब को दो बार चुनाव हारने का षड्यंत्र रचा और इससे आजिज आकर उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया.
उन्होंने आगे कहा कि भाजपा के सहयोगी सरकार 1990 में बाबा साहेब को भारत रत्न तथा मोदी ने उनके स्मृति से जुड़े हुए स्थानों को पंच तीर्थ के रूप में समाज में स्थापित कर बाबासाहेब के विचारों को आगे बढ़ाया जब की सदन को न चलने के लिए विपक्ष तरह-तरह का रच रही है और भारत को कमजोर करने का कोई भी मौका वह अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहती.
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से ओमप्रकाश यादव बाबू ,आशीष राय चौधरी,धीरेंद्र शर्मा, मनीष चौरसिया, अखिल वर्मा, शंकर जायसवाल, आदित्य गोयंका, राहुल गीली, राजेश दुबे, निर्मल मिश्रा, विजय श्रीवास्तव, धर्मचंद ,प्रकाश आदि लोग उपस्थित थे.