संगठन सृजन अभियान’ के तहत कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के उद्देश्य से भोपाल में बैठकें करने आए राहुल गांधी ने जाते-जाते मध्य प्रदेश कांग्रेस के कुछ नेताओं को बीजेपी का एजेंट करार दिया. राहुल गांधी ने किसी नेता का नाम तो नहीं लिया, लेकिन कहा कि हमारे कार्यकर्ता बीजेपी को हराना चाहते हैं, मगर उनके हाथ बंधे हुए हैं.
जिला और ब्लॉक अध्यक्षों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “कांग्रेस की विचारधारा, कार्यकर्ताओं और नेताओं में कोई कमी नहीं है. इस कमरे में बीजेपी को हराने का प्रतिभाशाली समूह मौजूद है, लेकिन आपके हाथ बंधे हुए हैं. ऐसा क्यों? क्योंकि आपकी आवाज कांग्रेस के संगठन में ठीक से सुनाई नहीं देती. यह हमारी सेना है, जो लड़ने और मरने के लिए तैयार है, लेकिन बीच में दो-तीन लोग उलटे-सीधे बयान देते रहते हैं.”
राहुल ने आगे कहा, “कुछ लोग हताशा में बयान दे देते हैं, और कुछ ऐसे हैं जो बीजेपी का भी काम कर लेते हैं. हमें कहीं न कहीं से शुरुआत करनी होगी. वर्किंग कमेटी ने फैसला लिया है कि शुरुआत जिला अध्यक्षों से होगी. इस शुरुआत से हम मध्य प्रदेश में पार्टी को खड़ा करेंगे. आप में से कुछ लोग पूरे जोश के साथ कांग्रेस के लिए काम करते हैं, जबकि कुछ थक गए हैं, मूड ठीक नहीं है या तनाव में हैं.”
राहुल गांधी ने कहा, “अब रेस के घोड़े और बारात के घोड़े को अलग करना होगा. कांग्रेस पार्टी कभी-कभी रेस के घोड़े को बारात में भेज देती है, जैसा कि कमलनाथ जी ने कहा, और कभी-कभी बारात के घोड़े को रेस में खड़ा कर देती है. एक तीसरी श्रेणी भी है – लंगड़े घोड़े की. हमें यह छांटना है कि लंगड़ा कौन है, बारात वाला कौन है और रेस वाला कौन है. रेस वाले को रेस में भेजना है, बारात वाले को बारात में, और लंगड़े घोड़े को रिटायर कर देना है. उसे कहना है कि घास खाओ और दूसरों को परेशान मत करो, वरना कार्रवाई करनी पड़ेगी.”