कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शुक्रवार को लाल किला पर स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए. हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने पार्टी मुख्यालय पर तिरंगा फहराया. राहुल गांधी और खगड़े की समारोह में अनुपस्थिति के कारण को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. वहीं, बीजेपी ने उनके समारोह में शामिल न होने पर निशाना साधा है.
जहां राहुल और खड़गे लाल किले के स्वतंत्रता दिवस समारोह में शामिल नहीं हुए. वहीं, दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, अजय माकन और अन्य कांग्रेस नेताओं ने पार्टी कार्यालय में स्वतंत्रता दिवस का जश्न मनाया. पार्टी कार्यालय में खड़गे ने तिरंगा फहराया. लाल किले में हुए समारोह में शामिल न होने की वजह को लेकर विपक्ष की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है.
राहुल गांधी ने स्वतंत्रता दिवस की दी बधाई
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं. महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान से मिली यह आजादी, एक ऐसे भारत के निर्माण का संकल्प है – जहां सत्य और समानता की नींव पर न्याय हो और हर दिल में सम्मान और भाईचारा हो. इस अनमोल धरोहर के गौरव और सम्मान की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है. जय हिंद, जय भारत!
खड़गे ने देश को दी बधाई
पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, सभी देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई. हम उन अनगिनत महान स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान को याद करते हुए उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन में अपना अमूल्य योगदान दिया. आज का दिन महत्वपूर्ण इसलिए है क्योंकि हम भारत के लोग अब अपने अधिकारों के लिए, संवैधानिक संस्थाओं की सुरक्षा, सामाजिक न्याय, आर्थिक सशक्तिकरण और भाईचारे के लिए अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं. आइये मिलकर इस संघर्ष को आगे बढ़ाएं और हर भारतीय के हितों की रक्षा का संकल्प लें. जय हिन्द
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
राहुल गांधी और खड़गे के लाल किला के समारोह में शामिल न होने पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा, अभी एक टीवी डिबेट में कांग्रेस के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि राहुरल गांधी लाल किले में आजादी के महोत्सव में शामिल नहीं हुए. यह एक राष्ट्रीय उत्सव था लेकिन दुख की बात है कि पाकिस्तान प्रेमी राहुल गांधी – मोदी विरोध में देश और सेना विरोध करते हैं! शर्मनाक व्यवहार. क्या यही संविधान और सेना का सम्मान है?
बैठने की व्यवस्था पर हुआ था विवाद
पिछले साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान उस समय विवाद खड़ा हो गया था, जब राहुल गांधी, जिन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल है, लाल किले पर आयोजित कार्यक्रम में परंपरा और प्रोटोकॉल से हटकर, दूसरी आखिरी पंक्ति में बैठे थे. विपक्ष ने कांग्रेस सांसद को सीट आवंटित किए जाने को जनता का अपमान बताया, जबकि कार्यक्रम का आयोजन करने वाले रक्षा मंत्रालय ने तर्क दिया कि परिसर में ओलंपियनों को बैठाने के लिए व्यवस्था में बदलाव किया गया था.
प्रोटोकॉल के अनुसार, औपचारिक कार्यक्रमों के दौरान विपक्ष के नेता को आगे की पंक्ति में बैठाया जाता है. पिछले साल, उस पंक्ति में तत्कालीन भारत के मुख्य न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, शिवराज सिंह चौहान, अमित शाह और एस. जयशंकर सहित अन्य लोग बैठे थे. राहुल गांधी भारतीय ओलंपिक पदक विजेताओं के पीछे पांचवीं पंक्ति में बैठे देखे गए.