रायगढ़: जिले के तमनार में स्थित महाजेंको का कोल माइंस प्रोजेक्ट एक बार फिर विवादों में है. पहले एनजीटी ने कंपनी को पर्यावरणीय स्वीकृति देने वाली अनुमति को निरस्त कर दिया था, लेकिन केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय ने इस आदेश की अवहेलना करते हुए 13 अगस्त 2024 को फिर से अनुमति जारी कर दी. इसके बाद, एनजीटी में एक बार फिर केस दर्ज किया गया है.
महाराष्ट्र स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी को तमनार में गारे पेलमा सेक्टर 2 कोल ब्लॉक आवंटित है, जिससे 23.6 मिलियन टन कोयला सालाना उत्पादन किया जाएगा. इस परियोजना के कारण 14 गांवों के करीब ढाई हजार हेक्टेयर भूमि प्रभावित हो रही है. इससे संबंधित कई कानूनी और पर्यावरणीय मुद्दे भी सामने आए हैं. एनजीटी ने 15 जनवरी 2024 को एक आदेश जारी कर इस परियोजना की पर्यावरणीय अनुमति को निरस्त कर दिया था, लेकिन मंत्रालय ने बिना किसी सुधार के दोबारा अनुमति जारी कर दी.
अब, एनजीटी में इस पर पुनः अपील की गई है, जिसमें कहा गया कि एनजीटी के आदेश के अनुसार नई जनसुनवाई करनी चाहिए थी, जो नहीं की गई. इसके चलते एनजीटी ने मंत्रालय को नोटिस जारी करने का निर्देश दिया है. अगली सुनवाई 17 जनवरी 2024 को रखी गई है.