भारतीय रेलवे की ओर से पेश किये गये बजट 2025-26 में छत्तीसगढ़ राज्य में रेल विकास कार्यों के लिए ऐतिहासिक निवेश किया गया है। इससे प्रदेश में रेल नेटवर्क के विस्तार और आधुनिकीकरण को और भी बढ़ावा मिलेगा। यात्री सुविधाओं में सुधार होने के साथ ही राज्य में आर्थिक और औद्योगिक प्रगति को नई गति मिलेगी।
प्रदेश में पिछले 11 सालों में 1 हजार 125 किमी नई पटरियों का निर्माण किया गया है। पिछले 11 वर्षों में 350 किमी विद्युतीकरण किया गया है। छत्तीसगढ़ में 100% रेलवे नेटवर्क इलेक्ट्रिक किया गया है।
प्रमुख बजट आवंटन और विकास कार्य:
बजट आवंटन: ₹6,925 करोड़
नई रेल लाइन: पिछले 11 वर्षों में 1,125 किमी नई पटरियों का निर्माण ।
विद्युतीकरण: छत्तीसगढ़ का 100% रेलवे नेटवर्क विद्युतीकृत, पिछले 11 वर्षों में 350 किमी विद्युतीकरण ।
वर्तमान में चल रहे प्रोजेक्ट: 26 परियोजनाओं में 2,768 किमी नई रेल पटरियां, कुल लागत ₹38,378 करोड़ ।
नई परियोजना: हाल ही में मंजूर की गई सरडेगा–भालुमुड़ा नई डबल लाइन (37 किमी, ₹1,360 करोड़)
32 अमृत स्टेशन: ₹1,672 करोड़ की लागत से 32 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण
कवच सुरक्षा प्रणाली: 1,105 रूट किलोमीटर में कवच कार्य स्वीकृत, 365 रूट किलोमीटर में कार्य प्रगति पर ।
स्टेशनों का पुनर्विकास:
रायपुर स्टेशन (₹463 करोड़): बिल्डिंग का निर्माण जारी ।
दुर्ग स्टेशन (₹456 करोड़): पुराने स्ट्रक्चर को हटाने और निर्माण कार्य प्रगति पर ।
बिलासपुर स्टेशन (₹435 करोड़): मुख्य भवन की बैरिकेडिंग पूरी, यूटिलिटी शिफ्टिंग कार्य जारी
यात्री सुविधाओं में सुधार (पिछले 11 वर्षों में)
148 रेल पुल और अंडरब्रिज बनाए गए ।
119 स्टेशनों पर वाई-फाई सुविधा ।
20 लिफ्ट और 8 एस्केलेटर स्थापित ।
2 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें
, 5 जिलों को जोड़ने वाली