जगदलपुर रेलवे स्टेशन के चीफ बुकिंग सुपरवाइजर केएसके पटनायक पर 14 लाख रुपए गबन का आरोप है। बताया जा रहा है कि रेलवे की ऑडिट में वे 14 लाख रुपए का हिसाब नहीं दे पाए। जिसके बाद विशाखापट्टनम से विजिलेंस की टीम पहुंची और उन्हें पूछताछ के लिए नाइट एक्सप्रेस के माध्यम से अपने साथ विशाखापट्टनम लेकर गई है।
दरअसल, केएसके पटनायक टिकटों के पैसों को बैंक में जमा नहीं करवा रहे थे। बल्कि इस रकम को अपने पास में रखकर बैंक की फर्जी रसीद ही बुक्स में दर्शा रहे थे। वहीं जब ऑडिट की टीम ने जनरेट किए गए टिकट, उनकी राशि और रेलवे के खातों में जमा की गई राशि के साथ रेलवे के बैंक खाते की स्टेटमेंट का मिलान किया तो इसमें उन्हें गड़बड़ी मिली।
विभाग को दी गई सूचना
इसी गड़बड़ी को पड़कर उन्होंने विलिजेंस विभाग को इसकी सूचना दी थी। जगदलपुर रेलवे स्टेशन में गबन का ऐसा पहला मामला सामने आया है। बुकिंग सुपरवाइजर के रूप में केएसके पटनायक बस्तर के सभी रेलवे स्टेशनों के टिकट बुकिंग सेगमेंट के प्रमुख हैं। वहीं रोजाना करीब 150 से ज्यादा यात्री टिकट बुक करवाने पहुंचते हैं।
पूछताछ के बाद होंगे खुलासे
इन टिकटों की बुकिंग की एवज में मिलने वाली राशि पटनायक बैंक में जमा ही नहीं करवा रहे थे। विलिजेंस की टीम उन्हें विशाखापट्टनम लेकर गई है। जहां उनसे पूछताछ की जा रही है। अब पूछताछ के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि उन्होंने इससे पहले और इस तरह की कितनी गड़बड़ी की है।