रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार (17 मार्च) को राज्यसभा में बताया कि भारतीय रेल का यात्री किराया न सिर्फ पड़ोसी देशों की तुलना में, बल्कि पश्चिमी देशों की तुलना में भी काफी कम है. रेल मंत्रालय के कामकाज पर उच्च सदन में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि भारत में रेल यात्री किराया पड़ोसी देशों की तुलना में काफी कम है. उन्होंने इस क्रम में पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका के रेल किराए का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों में रेल किराया तो भारत की अपेक्षा 10-15 प्रतिशत अधिक है.
उन्होंने कहा कि रेलवे अपने यात्रियों को कम से कम किराया के साथ सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है. मंत्रा ने कहा कि विद्युतीकरण से रेल को काफी फायदा हुआ है और यात्रियों की संख्या एवं कार्गो की मात्रा में वृद्धि होने के बाद भी ऊर्जा खर्च स्थिर है.
‘भारत रेल सामग्री और कोच का निर्यात कर रहा है’
इसके साथ ही रेल मंत्री ने सदन में बताया कि आज हमारे देश से ऑस्ट्रेलिया को रेलवे कोचेज एक्सपोर्ट होने लगे हैं. उन्होंने कहा कि भारत रेल सामग्री और कोच का निर्यात कर रहा है. इस समय जो निर्यात हो रहा है, उसमें ऑस्ट्रेलिया को मेट्रो कोच, यूके, सऊदी अरब, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया को बोगी, फ्रांस, मेक्सिको, रोमानिया, स्पेन, जर्मनी, इटली को प्रोपल्शन, मोजाम्बिक, बांगलादेश, श्रीलंका को यात्री कोच और मोजाम्बिक, सेनेगल, श्रीलंका, म्यांमार, बांग्लादेश को लोकोमोटिव निर्यात किया जा रहा है.
’10 साल में रेलवे ने 5 लाख नौकरियां दीं’
इस दौरान मंत्री ने रेलवे में दी गई नौकरियों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पिछले 10 सालों में रेलवे ने 5 लाख नौकरियां दी हैं, जबकि यूपीए सरकार के 10 सालों में 4 लाख दी गयी थीं. वहीं उन्होंने कुंभ के दौरान हुए रेल हादसे को लेकर कहा कि ओवरऑल कुंभ में सब ठीक रहा, एक घटना हुई थी जो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण रही. मंत्री ने बताया कि उस घटना की जांच हाई पावर कमेटी कर रही है, मामले में 200 से ज़्यादा लोगों से पूछताछ हुई है. उन्होंने कहा कि आगे इस तरह की घटना न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
इसके साथ ही रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ये भी बताया कि आने वाले समय में, मार्होरा (सारण, बिहार) से लोकोमोटिव्स का निर्यात शुरू होगा, जहां 100 से ज्यादा लोकोमोटिव्स निर्यात किए जाएंगे और जल्द ही लोग दुनिया भर में ‘बिहार में बना’ लोकोमोटिव देख सकेंगे. इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि तमिलनाडु से फोर्ज व्हील्स (पहिए) का उत्पादन किया जाएगा.