भारतीय रेलवे ने ट्रेन संचालन में सिक्योरिटी और एफिशिएंसी बढ़ाने, पैसेंजर एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने और नेटवर्क विस्तार में तेजी लाने के लिए सुधार किए हैं. अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि रेलवे ने अपनी प्रोजेक्ट प्लानिंग प्रोसेस में गति शक्ति के सिद्धांतों को तुरंत अपनाया है.
उन्होंने कहा कि मौजूदा संसाधनों का उपयोग करते हुए भारतीय रेलवे में एक मल्टी-डिसिप्लिनरी गति शक्ति निदेशालय बनाया गया है. मंत्री ने कहा कि परियोजना डीपीआर सभी हितधारकों और अन्य बुनियादी ढांचा मंत्रालयों/विभागों के परामर्श के बाद बनाई जाती है.
इन पहलों से परियोजनाओं के मूल्यांकन/स्वीकृति प्रक्रिया और क्रियान्वयन में तेजी आई है. परियोजनाओं के तेजी से क्रियान्वयन के लिए जनरल मैनेजर और डिवीजनल रीजनल मैनेजर के लिए विभिन्न परियोजनाओं के लिए मंजूरी देने की शक्ति बढ़ा दी गई है.
कॉन्ट्रैक्ट फाइनलाइजेशन और मैनेजमेंट
रेल मंत्रालय ने बताया कि टेंडर्स को अंतिम रूप देने के लिए जनरल मैनेजर को पूरी शक्तियां सौंपी गई हैं. इसके अलावा, ट्रांसपेरेंट और क्विक कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट और ठेकेदारों की बिलिंग के लिए वर्क्स कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट सिस्टम (IRWCMS) और ठेकेदार की ई-एमबी को लागू किया गया है.
मिशन मोड में कवच कार्यान्वय
रेलवे के अनुसार ट्रेन संचालन में सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए कवच को भारतीय रेलवे पर राष्ट्रीय ऑटोमैटिक ट्रेन सिस्टम (ATP) के रूप में विकसित किया गया है. कवच के कार्यान्वयन का कार्य भारतीय रेलवे पर मिशन मोड में किया गया है. ट्रेन संचालन और सड़क यूजर्स की सुरक्षा में सुधार के लिए, ब्रॉड गेज पर सभी मानव रहित लेवल क्रॉसिंग को समाप्त कर दिया गया है.
अमृत भारत स्टेशन योजना
रेलवे ने अमृत भारत स्टेशन योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना और रेलवे स्टेशनों पर ट्रेन संचालन में दक्षता में सुधार करना है. रेल मंत्री ने लोकसभा को बताया कि अमृत भारत स्टेशन योजना में अब तक 1,337 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा चुका है.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे में 2023 में गैजेट नोटिफिकेशन के माध्यम से रोलिंग ब्लॉक की अवधारणा शुरू की गई है, जिसमें कॉन्सेप्ट के इंटिग्रेटेड/मैनटेंनेस/रिपेरयरिंग/रिप्लेसमेंट का काम रोलिंग आधार पर 52 सप्ताह पहले से योजनाबद्ध है और डिवीजनों द्वारा योजना के अनुसार निष्पादित किया जाता है.