टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच बारबडोस में खेला जाएगा. इस बार ये मुकाबला दो ऐसी टीमों के बीच है, जो लंबे समये से ट्रॉफी की इंतजार में हैं. 29 जून को इन दो टीमों के बीच होने वाले महामुकाबले के बाद किसी एक टीम का इंतजार खत्म होगा. इसके साथ ही दुनिया को एक नया वर्ल्ड चैंपियन भी मिलेगा, लेकिन इस बीच फैंस के लिए बारिश एक बड़ी दुश्मन बनी हुई है. ऐसे में सवाल उठता है कि बारिश होने की स्थिति में आईसीसी ने वर्ल्ड चैंपियन चुनन के लिए क्या नियम बनाए हैं? आइये जानते हैं.
बारबाडोस में कैसा है मौसम?
टी20 वर्ल्ड कप 2024 फाइनल मैच के लिए आईसीसी की नियम जानने से पहले ये जान लीजिए कि फाइनल मुकाबले से पहले बारबाडोस में मौसम का क्या हाल है. मुकाबले से पहले यानी 28 जून की रात को बारबडोस में खूब बरसात हुई है. इस बात की जानकारी सोशल मीडिया पर इस मैच कवर कर रहे कुछ स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट ने दी है. वहीं 29 जून को भी बारिश की संभावना जताई गई है. इस मैच में 70 प्रतिशत बारिश का खतरा है.
क्या फाइनल में होगा रिजर्व डे?
आईसीसी ने साउथ अफ्रीका और अफगानिस्तान के बीच हुए पहले सेमीफाइनल के लिए रिजर्व डे रखा था. वहीं भारत और इंग्लैंड के बीच हुए दूसरे सेमीफाइनल के लिए कोई रिजर्व डे नहीं था. हालांकि, इस मैच में आईसीसी ने खेल को पूरा करने के लिए 240 मिनट यानी 4 घंटे और 10 मिनट का एक्स्ट्रा समय जरूर रखा था. फाइनल में 30 जून को रिजर्व डे के तौर पर रखा गया है. अगर 29 जून को बारिश नहीं रुकती है तो फैंस को फाइनल मुकाबले के लिए और एक दिन का इंतजार करना होगा. बता दें कि रिजर्व डे के अलावा दोनों ही दिन 190 मिनट का एक्स्ट्रा समय भी रखा गया है. आईसीसी की पहली कोशिश है कि पहले दिन ही मैच को खत्म किया जाए. इसलिए मैच के अलावा 3 घंटे 10 मिनट का एक्स्ट्रा समय दिया है.
मैच धुला तो किसे मिलेगी ट्रॉफी?
बारबडोस के मौसम विभाग के अनुसार, 30 जून को बारिश थम सकती है. हालांकि, दोनों ही बारिश नहीं रुकी और इसके कारण फाइनल मैच को रद्द करना पड़ा तो दोनों टीमों को संयुक्त विजेता घोषित कर टी20 वर्ल्ड कप की ट्रॉफी को शेयर कर दिया जाएगा.