मिर्ज़ापुर : रविवार को देर शाम से जारी बारिश ने ज़िले में जमकर कहर बरपाया है। बारिश के साथ आकाशीय बिजली के गर्जना से लोगबाग जहां कांपते नजर आएं हैं तो वही एक महिला सहित कई मवेशियों की सांसें भी थम गई है। पहली घटना जिले के ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के गड़बड़ा गोकुल गांव की बताईं जा रही है जहां गांव निवासी पशुपालक इन्द्रमणि उर्फ बबोली शर्मा अपने घर के सामने भैंस को को बांधे हुए थे.
देर रात गरज चमक के साथ हो रही बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से गर्भवती भैंस की मौत हो गई. पशुपालक बबोली शर्मा ने बताया कि भैंस गर्भवती थी दो तीन दिन में बच्चा देने वाली थी कि आकाशीय बिजली की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई. पशुपालक की सूचना पर पशुचिकित्साधिकारी हलिया कमलेश कुमार द्वारा मृत भैंस की पोस्टमार्टम कार्रवाई की गई.
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के रानीबारी गांव में रविवार देर शाम तेज बारिश के बीच हुए बज्रपात से 40 वर्षीया विवाहिता की मौत हो गई. हादसे के बाद बारिश थमी तो सोमवार को सुबह मौके पर गांव वालों की भीड़ जुट गई. पुलिस ने पंचनामा भर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.प्रशासन ने मृतक के परिवार वालों को दैवीय आपदा राहत के तहत जल्द मुआवजा देने का भरोसा दिया है.
बताते चलें कि रविवार को दिन भर मौसम साफ था, उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल दिखाई दे रहे थे.परंतु शाम सात बजे के आसपास आसमान में बादल छा गए और गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई. लालगंज थाना क्षेत्र के रानीबारी गांव में जोरदार गरजना के बाद आकाश से बज्रपात हो गई.
संतलाल की 40 वर्षीया विवाहिता निर्मला देवी घर के बाहर बंधी बकरियों को छाये में करने के लिए बाहर निकली थी की उसी समय बिजली की तेज चमक के साथ हुई गर्जना में निर्मला देवी की चीख निकल गई. बिजली गिरने से इतनी जोरदार आवाज आई थी कि कुछ देर के लिए लोगों के कान सुन्न से पड़ गए.
बाद में घटना का पता चलने पर पति संतलाल लोगों के सहयोग से निर्मला को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर पहुंचे जहां पर देखते ही सीएचसी के चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। रात में शव लेकर परिजन घर चले आए। सुबह जानकारी होते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई. मृतक के परिवार वाले रोते बिलखते रहे.पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए.
प्रारंभिक कार्रवाई के बाद पुलिस ने मृतक का शव पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. एसडीएम लालगंज ने लेखपाल की रिपोर्ट और पोस्टमार्टम के आधार पर मृतक के स्वजनों को दैवीय आपदा के तहत निर्धारित पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने का भरोसा दिया है। मृतका को दो पुत्र और दो पुत्रियां हैं सभी अविवाहित हैं। उधर सिटी विकास खंड क्षेत्र के अर्जुनपुर गांव में गांव निवासी धर्मेंद्र का पक्का मकान घंटों होते रहे आकाशीय बिजली के तेज गर्जना से
देखते ही देखते भर-भरा कर ढह गया.
संयोग रहा है कि परिवार में सो रहे लोग बाल-बाल बचें है जबकि कुछ को मामूली चोट आई है। इसी प्रकार जिले के अन्य हिस्सों में मी आकाशीय बिजली के कहर से घर इत्यादि ढ़हने की ख़बर है.जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रभावित परिवारों को राहत पहुंचाने के साथ ही हर संभव मदद के निर्देश दिए गए हैं.