रायपुर बना प्रॉपर्टी खरीदारों की पहली पसंद, इस साल हुए 46 हजार संपत्ति सौदे..

राजधानी के बढ़ रहे दायरे और सुविधाओं के कारण लोग अपने लिए आशियाना यहां बनाना चाह रहे हैं। प्रदेश के साथ अगल-अलग राज्यों के लोगों को रायपुर शहर पसंद आ रहा है। वर्ष 2024-25 में प्रदेश भर में संपत्तियों की खरीदी-बिक्री में रायपुर सबसे आगे रहा।
रायपुर में कुल 46 हजार लोगों नें मकान और जमीन खरीदे। पंजीयन विभाग से मिले आंकड़े बता रहे हैं कि बिलासपुर दूसरे नंबर पर रहा। यहां 41 हजार रजिस्ट्री हुई। दुर्ग में 34 संपत्तियां खरीदी-बेची गईं।
रायपुर के 46 हजार संपत्तियों को खरीदने वालों में से 10 फीसदी लोग ऐसे हैं, जो प्रदेश के बाहर के हैं। इससे साफ है कि राजधानी में हो रहे विकास का असर लोगों को दिखने लगा है। रायपुर के पंजीयन विभाग को इस साल लक्ष्य के विरुद्ध 90.12 प्रतिशत अधिक आय प्राप्त हुई है।

पिछले वर्ष से कम रजिस्ट्री

बता दें कि राजधानी में प्रदेश भर से ज्यादा रजिस्ट्री हुई है, लेकिन बीते साल से आंकड़ा काफी कम है। बीते साल 72,604 संपत्तियों की रजिस्ट्री हुई थी। इस साल 46,589 संपत्ति की रजिस्ट्री हुई है। 2024-25 वित्तीय वर्ष में 26,015 संपत्तियों की रजिस्ट्री कम हुई हैं। इसके पीछे अवैध प्लाटिंग और सुगम एप में हुई सख्ती के कारण रजिस्ट्री के आंकड़े गिर गए हैं।
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में 72 604 संपत्तियों की रजिस्ट्री के साथ रायपुर पहले नंबर पर था। 2022-24 साल 65654 संपत्तियों के सौदे हुए थे। यह संख्या गिर कर 46,589 पर आ गई, लेकिन आय में 15.56 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्तीय वर्ष में 110481.44 लाख रुपये की आय प्राप्त हुई है।

आवासीय प्लाटों की ज्यादा हुई बिक्री

अहम बात यह है कि अन्य प्रदेश के लोग भी रायपुर में अपना आशियाना बनाना चाहते हैं। बीते एक साल में सबसे ज्यादा बिक्री आवासीय प्लाटों की हुई है। इसके अलावा सरकारी एजेंसियों की रिआयती फ्लैट भी बिके हैं। इससे अब बड़े मैट्रो शहरों की तरह स्वतंत्र मकानों के साथ फ्लैट कल्चर भी डवलप हुआ है। राजधानी में अभी 20 लाख से लेकर 6 करोड़ तक के फ्लैट बिके हैं।
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