नगरीय निकाय चुनाव से पहले नगर निगम रायपुर का परिसीमन हो गया है. परिसीमन से 2 वार्ड को खत्म कर दूसरे वार्डों में मर्ज किया गया है. शहर के आउटर एरिया को मिलाकर 2 नए वार्ड बनाए गए है. आज कांग्रेस की बैठक के बाद इस पर दावा आपत्ति भी की जा सकती है.
वहीं, छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने राजनांदगांव नगर निगम के साथ ही कुम्हारी, बेमेतरा और तखतपुर नगर पालिका में होने वाले परिसीमन पर रोक लगा दी है. जस्टिस पीपी साहू की बेंच ने परिसीमन के खिलाफ लगी 3 याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए स्थगन आदेश दिया है.
वार्डों की संख्या नहीं बदली, लोगों के वार्ड बदल गए
परिसीमन में वार्डों की संख्या तो नहीं बदली, लेकिन 21 वार्डों का नंबर बदला गया है. एक वार्ड की जनसंख्या को दूसरे में शिफ्ट करने से करीब 52, 815 वोटर्स का वार्ड बदल गया है. इस तरह परिसीमन से शहर के करीब चार लाख वोटर प्रभावित हो रहे हैं. निगम चुनाव से पहले इन्हें मतदाता सूची और आधार कार्ड को अपडेट कराना होगा. राशन कार्ड में भी अपना पता बदलवाना होगा.
इस परिसीमन से न केवल शहरवासियों को बड़ा फर्क पड़ेगा, बल्कि पार्षद भी प्रभावित हो रहे हैं. चार वार्डों के वोटरों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया गया है. इससे उस वार्ड के पार्षद को अपनी चुनावी जमीन नए सिरे से तलाशनी पड़ेगी. कई नेताओं के वोटर्स शिफ्ट होने से उनके लिए राजनीतिक संकट गहरा गया है.
कांग्रेस के वर्तमान पार्षद इसे राजनीतिक परिसीमन बता रहे हैं और बड़ी संख्या में दावा-आपत्ति की तैयारी कर रहे हैं. जिन वार्डों को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है, वहां के पार्षद परिसीमन के खिलाफ प्रदर्शन भी करेंगे.