रायपुर में धर्मांतरण को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। परशुराम नगर में एक महिला का इलाज करने का झांसा देकर उस पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया गया और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया है। इस मामले में पुलिस ने महिला समेत कुल 6 लोगों को हिरासत में लिया है।
स्थानीय हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि महिला को बीमारी ठीक करने का बहाना देकर मानसिक दबाव में रखा गया और उसका धर्म परिवर्तन कराया गया। मामले की शिकायत मिलने के बाद बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने राजेंद्र नगर थाना का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
सूत्रों के अनुसार, संतोषी पारा निवासी एक बालक राजपूत ने बताया कि उनके भांजे की पत्नी की तबीयत कुछ महीनों से खराब थी। इस दौरान वह मायाराम नामक व्यक्ति से मिली। मायाराम ने उसे मुफ्त में इलाज करने का आश्वासन दिया और बाद में ब्रेनवॉश करके उसे ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया। इस दौरान हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का भी आरोप सामने आया।
राजेंद्र नगर पुलिस ने बजरंग दल के विरोध प्रदर्शन के बाद मामला दर्ज किया। FIR में दूसरे धर्म का अपमान और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मामला शामिल है। इस FIR के बाद अन्य संगठन भी विरोध में सामने आए और मामले को लेकर अपना पक्ष रखा।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और सभी आरोपीयों से पूछताछ की जा रही है। प्रशासन ने आसपास के क्षेत्रों में सतर्कता बरतने और किसी भी प्रकार के विवाद को बढ़ने से रोकने के लिए स्थानीय लोगों को निर्देशित किया है।
मामले ने स्थानीय लोगों में चिंता और आक्रोश पैदा किया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी बढ़ाई जाएगी और किसी भी प्रकार के जबरन धर्म परिवर्तन की कोशिश पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारी लोगों को सतर्क रहने और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने की अपील कर रहे हैं।