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रायपुर दक्षिण विधानसभा का दंगल, बृजमोहन अग्रवाल के बिना बीजेपी के लिए कितना मुश्किल होगा चुनाव ?

रायपुर : रायपुर दक्षिण विधानसभा के विधायक बृजमोहन अब सांसद बन चुके हैं. सीट खाली हुई है तो नगर निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव के दौरान ही इस सीट पर चुनाव हो सकते हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए रायपुर दक्षिण एक बड़ा प्रश्न बनकर खड़ा हो चुका है. क्योंकि चुनाव की तारीख का ऐलान होने से पहले ही दक्षिण विधानसभा में कांग्रेस की जमानत जब्त होने का दावा करने लग गए हैं.

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जिनके नाम सामने आए वो नकारे हुए चेहरे : इस बारे में बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता अनुराग अग्रवाल का कहना है कि 2023 के विधानसभा चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण से 67 हजार से अधिक रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी. लोकसभा चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल की प्रचंड जीत में रायपुर दक्षिण का 90 हजार से अधिक वोटों का योगदान है.कांग्रेस ने रायपुर दक्षिण के संभावित प्रत्याशियों की एक बैठक की थी लेकिन लगता है कि कांग्रेस के पास सिर्फ नकारे हुए चेहरे के अलावा कोई नहीं है.

कांग्रेस की जब्त होगी जमानत : अनुराग अग्रवाल की माने तो अभी जिनके नाम उस क्षेत्र से सामने आ रहे हैं यदि एजाज ढेबर की बात की जाए तो 5 साल उनके कार्यकाल रायपुर शहर की जनता ने देखा है ,कितने विनाशकार्य हुए हैं.

दावेदार नहीं तलाश पा रही कांग्रेस : रायपुर दक्षिण को लेकर प्रवक्ता अमित चिमनानी ने कहा कि कांग्रेस को तो आज प्रत्याशी ही नहीं मिल रहे हैं. कोई भी वहां से दावेदार होना नहीं चाहता है. क्योंकि सबको पता है कि कि दक्षिण विधानसभा से जो भी दावेदार होगा कांग्रेस का उसका करियर चौपट होगा. इसलिए अब कांग्रेस वहां का दावेदार नहीं ढूंढ़ पा रही.

बीजेपी देख रही है सपना, बृजमोहन पैसों से जीतते थे चुनाव : इस बीच सवाल यही उठ रहा है कि चुनाव की तारीखों में अभी देर है लेकिन उसके बाद भी कांग्रेस पर बीजेपी हमलावर क्यों है. वही बीजेपी के इस बयान पर पलट वार करते हुए कांग्रेस मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि बीजेपी मुगालते में है. बीजेपी प्रत्याशी इस बार रायपुर दक्षिण विधानसभा से नहीं जीतेगा, कांग्रेस का प्रत्याशी वहां का विधायक बनेगा. 6 महीने में जो उन्होंने जनता से वादा खिलाफी की है, 6 महीने में कोई सरकार आलोक प्रिय हो सकती है, उसकी नजीर है छत्तीसगढ़ की विष्णु देव साय सरकार.

रायपुर दक्षिण बन चुकी है चुनौती : वहीं रायपुर दक्षिण की सीट बीजेपी के लिए क्यों चुनौती है. इस पर राजनीति के जानकार एवं वरिष्ठ पत्रकार उचित शर्मा का कहना है कि बीजेपी के लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि इस बार रायपुर दक्षिण विधानसभा से बृजमोहन अग्रवाल चुनाव में नहीं है. बृजमोहन की जगह किसे लाया जाए ये अपने आप में बड़ा सवाल है.

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