रायपुर। रायपुर दक्षिण विधानसभा में उपचुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने तैयारियों को तेज कर दिया है. 13 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए इस बार सेक्टरों की संख्या को 19 से बढ़ाकर 38 कर दिया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य मतदान प्रक्रिया को सुगम बनाना और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाना है। इस निर्णय से मतदान की गति बनाए रखने और मतदाताओं को अधिक सुविधाएं प्रदान करने की उम्मीद है.
सेक्टरों की संख्या बढ़ाने का कारण
लोकसभा चुनाव के दौरान रायपुर दक्षिण में 19 सेक्टर बनाकर चुनाव संपन्न करवाया गया था. हालांकि, इस बार उपचुनाव में मतदाताओं को बेहतर सेवाएं देने और चुनाव प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए सेक्टरों की संख्या दोगुनी कर दी गई है.इससे सेक्टर अधिकारियों और मतदान केंद्रों के बीच की दूरी कम होगी, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाना संभव हो सकेगा.
आपात स्थिति में होगी त्वरित सहायता
सेक्टरों की संख्या बढ़ाने से आपात स्थिति में त्वरित सहायता पहुंचाना आसान होगा. चाहे कानून व्यवस्था की स्थिति को मेंटेन करना हो या किसी प्रकार की मेडिकल इमरजेंसी, सहायता की पहुंच तेज और सुगम होगी.मतदान केंद्रों और सेक्टर कार्यालयों के बीच दूरी कम होने से चुनाव प्रक्रिया भी अधिक प्रभावी और सुव्यवस्थित हो जाएगी.
वहीं, ला एंड आर्डर की स्थिति बनने या फिर आपात स्थिति बनने पर त्वरित रूप से यहां सहायता उपलब्ध करवाई जा सकेगी. पूर्व में हुई बैठक के दौरान इस पर निर्णय लिया गया और कलेक्टर डॉ गौरव सिंह ने आदेश जारी किया, ताकि मतदान के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानियों को रोका जा सके.
आयोग का बढ़ेगा खर्च, बढ़ेगी कर्मचारियों की संख्या
एक सेक्टर में सेक्टर अधिकारी के अलावा एक ड्राइवर रखा जाता है. वहीं, एक दल बनाया जाता है, जिसमें मेडिकल टीम, सुरक्षा गार्ड, एक अन्य कर्मचारी रहते हैं और एक पीठासीन अधिकारी रहते हैं. ऐसे में सेक्टराें की संख्या बढ़ाने से कर्मचारियों की संख्या दोगुनी होगी और आयोग का खर्च भी गाड़ियों अन्य मदों में बढ़ेगा.