रायपुर में शनिवार को पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत एनआरएलएम (बिहान) की सीआरपी और सक्रिय महिलाओं ने राजधानी के तूता में राज्य स्तरीय धरना प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में 12 जिलों से लगभग दो हजार महिलाएं शामिल हुईं और मुख्यमंत्री, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री, मुख्य सचिव, पंचायत सचिव तथा बिहान संचालक को ज्ञापन सौंपा।
महिलाओं का आरोप है कि उन्हें केवल 1910 रुपये मासिक मानदेय पर लगातार सरकारी कार्यों में लगाया जा रहा है, जबकि उनके काम के बदले उचित भुगतान नहीं किया जाता। ज्ञापन में मांग की गई कि मानदेय को न्यूनतम वेतन अधिनियम के अनुसार बढ़ाया जाए और भुगतान समय पर सीधे बैंक खातों में किया जाए। इसके साथ ही लोकोस VPRP और लखपति दीदी के ऑनलाइन काम का भुगतान तत्काल किया जाए, सभी कैडरों को मोबाइल उपलब्ध कराए जाएं और नेट खर्च, यात्रा भत्ता तथा दैनिक भत्ता दिया जाए।
धरना स्थल पर प्रांतीय अध्यक्ष पदमा पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लाल किले से एनआरएलएम की नारी शक्ति की सराहना की, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि सक्रिय महिलाओं से मुफ्त में काम कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 1910 रुपये में मोबाइल और नेट चार्ज भी भरना मुश्किल है और मानदेय महीनों तक रोका जाता है।
राज्य सलाहकार विश्वजीत हारोड़े ने मंच से कहा कि सक्रिय महिलाएं प्रतिदिन सरकारी कार्य कर रही हैं, इसलिए उन्हें कर्मचारी का दर्जा मिलना चाहिए। जब तक यह दर्जा नहीं मिलता, तब तक उन्हें जीने लायक मानदेय दिया जाना चाहिए।
धरना स्थल पर महिलाओं ने अपने अनुभव साझा किए और आंदोलन तेज करने का ऐलान किया। प्रदर्शन के दौरान महिलाएं “शोषण बंद करो, सम्मानजनक मानदेय दो” जैसे नारे लगाती रहीं।
इस प्रदर्शन ने सरकार और प्रशासन के सामने महिलाओं के अधिकारों, मानदेय और कार्य परिस्थितियों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। महिलाओं का कहना है कि केवल सराहना पर्याप्त नहीं है, बल्कि उनके हक के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। इस आंदोलन से स्पष्ट संदेश गया कि सक्रिय महिलाएं न केवल समाज के विकास में योगदान कर रही हैं, बल्कि उन्हें उनके अधिकार और सम्मान मिलने चाहिए।
धरने के बाद प्रशासन ने महिलाओं की समस्याओं को गंभीरता से लेने का आश्वासन दिया। आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं ताकि उनकी मांगों का समाधान शीघ्र किया जा सके और महिलाओं को उनके हक के अनुसार उचित सम्मान और मानदेय मिल सके।