राज कुशवाह मास्टरमाइंड, सोनम थी पार्टनर… शिलांग SP का खुलासा- दोस्तों से करवाया राजा रघवुंशी का मर्डर, कोई सुपारी नहीं दी गई

मेघालय पुलिस ने राजा रघुवंशी हत्याकांड की गुत्थी को पूरी तरह खोल दिया है. सभी 5 आरोपियों को 8 दिन की पुलिस कस्टडी में लिया गया है. पहले दिन की पूछताछ के बाद पूर्वी खासी हिल्स एसपी विवेक स्येम ने सनसनीखेज खुलासे किए. प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने बताया कि राज कुशवाह इस हत्या का मास्टरमाइंड है, जबकि सोनम उसकी पार्टनर थी. सभी आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. यह हत्या प्रेम प्रसंग और पारिवारिक दबाव का नतीजा थी, जिसमें कोई सुपारी नहीं दी गई, बल्कि दोस्ती के नाम पर तीन अन्य आरोपियों ने हत्या में साथ दिया.

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SP विवेक स्येम ने खुलासा किया कि राज कुशवाह ने सोनम की शादी से 11 दिन पहले यानी मई 2025 की शुरुआत में राजा की हत्या की साजिश रचनी शुरू की थी. फरवरी 2025 में ही राज और सोनम ने मिलकर दो वैकल्पिक योजनाएं बनाई थीं. पहली योजना में सोनम को अचानक गायब होना था, ताकि लगे कि वह नदी में बह गई. दूसरी योजना में किसी और की हत्या कर उसकी लाश को सोनम की स्कूटी पर रखकर आग लगानी थी, ताकि लगे कि सोनम मारी गई. हालांकि, ये दोनों योजनाएं कामयाब नहीं हुईं और सोनम को पारिवारिक दबाव में 11 मई को इंदौर के राजा से अरैंज मैरिज करनी पड़ी.

शिलांग के पुलिस कप्तान ने बताया कि सोनम और राज कुशवाह का प्रेम प्रसंग चल रहा था, लेकिन सोनम के परिवार को इसकी जानकारी थी या नहीं, यह अभी जांच का विषय है. सोनम के पास शायद हत्या के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा था, क्योंकि वह राजा से शादी नहीं करना चाहती थी.

कामाख्या मंदिर से शुरू हुआ साजिश का खेल
सोनम अपने पति राजा को कामाख्या मंदिर के दर्शन के बहाने गुवाहाटी लाई. इस बीच, तीनों अन्य आरोपी आकाश राजपूत, विशाल सिंह चौहान और आनंद कुर्मी 19 मई को गुवाहाटी पहुंच गए थे. इनमें से एक आरोपी राज कुशवाह का चचेरा भाई है.

SP के मुताबिक, शुरुआती योजना गुवाहाटी में ही राजा की हत्या की थी और इसके लिए आरोपियों ने शहर में रेकी भी की. लेकिन जब यह योजना विफल रही, तो सोनम ने नया प्लान बनाया और राजा को सोहरा (चेरापूंजी) ले गई.

23 मई को Wei Sawdong में हत्या की गई
23 मई को सोनम और राजा नोंग्रीट गांव के होमस्टे से निकले और सोहरा के वेईसावडॉन्ग फॉल्स के पार्किंग लॉट पहुंचे. SP विवेक ने बताया कि दोपहर 2:00 बजे से 2:18 बजे के बीच हत्या को अंजाम दिया गया. जब राजा टॉयलेट के लिए गया, तो तीनों आरोपियों ने उस पर हमला किया. सोनम उस समय मौके पर मौजूद थी. हत्या के बाद राजा की लाश को खाई में फेंक दिया गया.

हत्याकांड के बाद सोनम ने जो रेनकोट पहना था, उस पर खून के धब्बे थे. उसने रेनकोट आकाश को दे दिया. आकाश की शर्ट पर भी खून लगा था. चारों आरोपी 2:18 बजे हत्या स्थल से निकल गए. सोनम ने एक स्कूटी खुद चलाई, जबकि आनंद ने दूसरी स्कूटी चलाई, जिस पर पहले राजा और सोनम सवार थे. जब वे AD व्यू पॉइंट पहुंचे, आकाश ने स्कूटी से उतरकर रेनकोट फेंक दिया. इसके बाद सोनम पीछे बैठी और आकाश ने स्कूटी चलाई.

सोनम का भागना और बुर्के का इस्तेमाल
एसपी ने बताया कि विशाल ने सोनम को एक बुर्का दिया, जो प्रेमी राज कुशवाह ने पहले से तैयार करवाया था. सोनम ने बुर्का पहनकर टैक्सी से मवकाडोक से शिलांग पहुंची, फिर गुवाहाटी गई. वहां से उसने ISBT से सिलीगुड़ी की बस ली, सिलीगुड़ी से पटना, पटना से आरा और आरा से ट्रेन से लखनऊ पहुंची. लखनऊ से बस लेकर वह इंदौर पहुंची. 26 मई से 8 जून तक सोनम इंदौर में ही थी.

राज का किडनैपिंग ड्रामा और सोनम का सरेंडर
SP विवेक ने खुलासा किया कि जब एक स्थानीय गाइड ने पुलिस को बताया कि राजा और सोनम के साथ तीन अन्य लोग थे, तो यह जानकारी मीडिया में लीक हो गई. राज को पता चला कि पुलिस ने तीन लोगों की पहचान कर ली है. इसके बाद राज ने सोनम को इंदौर छोड़ने और सिलीगुड़ी जाकर किडनैपिंग की शिकार बनने का नाटक करने को कहा. 8 जून को सोनम इंदौर से निकलने वाली थी, लेकिन उसी दिन पुलिस ने एक आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया. राज घबरा गया और उसने सोनम को निर्देश दिया कि वह अपने परिवार को फोन कर कहे कि उसे किडनैप किया गया था और वह किसी तरह बच निकली. इसके बाद सोनम ने 8 जून को गाजीपुर में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया.

कोई सुपारी नहीं, दोस्ती में हत्या
एसपी ने साफ किया कि यह सुपारी किलिंग का मामला नहीं है. राज कुशवाह ने अपने दोस्तों आकाश, विशाल और आनंद को हत्या के लिए तैयार किया. कोई बड़ी रकम नहीं दी गई, बल्कि राज ने केवल 59,000 रुपये खर्च के लिए दिए थे. पुलिस अब आर्थिक पहलू की जांच कर रही है, लेकिन प्रारंभिक जांच में यह प्रेम प्रसंग (लव एंगल) का मामला सामने आया है.

तीन बार विफल, चौथी बार कामयाब
पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने चार अलग-अलग जगहों पर राजा की हत्या की कोशिश की. पहली कोशिश गुवाहाटी में विफल रही. दूसरी नोंघरियाह में, जहां लाश ठिकाने लगाने की जगह नहीं मिली. तीसरी मावलखियात में भी योजना फेल हुई. आखिरकार, वैसेडॉन्ग फॉल्स के पास 23 मई को हत्या को अंजाम दिया गया.

सबूतों का जखीरा, 90 दिन में चार्जशीट का दावा
SP विवेक ने कहा कि पुलिस के पास पर्याप्त सबूत हैं, जिनमें 48 सीसीटीवी फुटेज, खून से सनी शर्ट, रेनकोट, खुखरी (हत्याचार), स्कूटर रेंटल रिकॉर्ड, आधार कार्ड की कॉपी, ट्रेन और बस टिकट, कॉल डिटेल रिकॉर्ड और मोबाइल लोकेशन डेटा शामिल हैं. तीनों सुपारी किलर्स ने प्रारंभिक पूछताछ में जुर्म कबूल किया है. पुलिस 90 दिन के भीतर चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी में है. सोनम का मोबाइल फोन अभी बरामद नहीं हुआ है, जो और सबूत दे सकता है.

सोनम का प्लान: किडनैपिंग का नाटक और अज्ञात लाश
पुलिस अधिकारी ने बताया कि सोनम का प्लान था कि वह किडनैपिंग की शिकार बनकर सामने आए. वह उम्मीद कर रही थी कि राजा की लाश सड़ने के बाद पहचानी नहीं जाएगी और वह पीड़ित बनकर बच निकलेगी. हालांकि, पुलिस की तेज जांच और गाइड की गवाही ने साजिश को उजागर कर दिया.

आगे की जांच और रिक्रिएशन
SP विवेक ने कहा कि आठ दिन की रिमांड में अभी पहले दिन की पूछताछ हुई है. जरूरत पड़ी तो और रिमांड लिया जाएगा. पुलिस जल्द ही वैसेडॉन्ग फॉल्स पर क्राइम सीन का रिक्रिएशन करेगी. जितेंद्र नामक किसी शख्स का जिक्र होने पर SP ने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. वहीं, सोनम के परिवार को राज के साथ उसके अफेयर की जानकारी थी या नहीं, इसकी जांच जारी है.

 

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