उत्तर प्रदेश: फतेहपुर जनपद के थाना गाजीपुर क्षेत्र के ग्राम रामपुर सुकेती में उस समय शोक की लहर दौड़ गई जब देश के बहुचर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में नाम आने के बाद आरोपी राज कुशवाहा की दादी रामलली का मंगलवार की देर रात निधन हो गया. परिजनों के अनुसार रामलली पिछले कई दिनों से अत्यधिक तनाव में थीं.
वह अपने पौत्र राज कुशवाहा का नाम हत्या मामले में आने से परेशान थीं और लगातार मीडिया व सोशल मीडिया में आ रही खबरों से मानसिक रूप से परेशान चल रही थीं. रामलली हमेशा अपने पौत्र को बेगुनाह बताती थीं और हत्याकांड के लिए केवल सोनम को जिम्मेदार ठहराती थीं. उनका कहना था कि राज को झूठे मामले में फंसाया गया है.
गौरतलब है कि 23 मई 2025 को मेघालय की राजधानी शिलांग में हुए चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, वैसे-वैसे इसमें राज कुशवाहा का नाम सामने आया. जब यह खबर फैली कि आरोपी राज कुशवाहा फतेहपुर जनपद के रामपुर सुकेती गांव का निवासी है, तो गांव में भी इस पर चर्चाएं तेज हो गईं.
बताया जाता है कि राज वर्षों पहले अपने पिता के साथ मजदूरी के लिए इंदौर गया था, जहाँ वह सोनम के पिता की फैक्ट्री में काम करने लगा. इसी दौरान राज और सोनम के बीच प्रेम संबंध बन गए. जांच एजेंसियों के अनुसार, दोनों ने मिलकर राजा रघुवंशी हत्याकांड को अंजाम दिया.
वहीं, दूसरी ओर राज की दादी रामलली अपने पोते की बेगुनाही के लिए अंतिम समय तक संघर्ष करती रहीं और हर किसी से यही कहती रहीं कि राज निर्दोष है. उनके निधन की खबर फैलते ही गांव के लोग शोक संवेदना व्यक्त करने उनके घर पहुंचने लगे. परिजन अभी भी राज कुशवाहा को निर्दोष मानते हुए न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं.