डीडवाना-कुचामन: राज्य सरकार की “शुद्ध आहार-मिलावट पर वार” मुहिम के तहत जिला प्रशासन एक्शन मोड में है. आमजन को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने के लिए लगातार मिलावटखोरों पर शिकंजा कसा जा रहा है. इसी क्रम में गुरुवार को जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत के निर्देश पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, जिला रसद विभाग और विधिक माप विज्ञान विभाग की संयुक्त टीम ने मकराना में कार्रवाई की.
टीम ने मकराना कस्बे के प्रसिद्ध मिठाई और किराना प्रतिष्ठानों मैसर्स लक्ष्मी स्वीट्स, जोधपुर मिष्ठान भंडार, लक्ष्मी मिष्ठान भंडार और भेरूदान किराना स्टोर का निरीक्षण किया. इस दौरान खाद्य लाइसेंस, स्वच्छता व्यवस्था, खाद्य पदार्थों की पैकिंग और उपयोग की तारीखों की गहन जांच की गई. कार्रवाई के दौरान एफएसएसआई के दिशा-निर्देशों की अनदेखी पर मौके पर ही 6000 रुपये का जुर्माना लगाया गया. नापतोल विभाग ने भी जरूरी दिशा-निर्देश दिए, जिसमें व्यवसायिक सिलेंडर ही रखने की हिदायत शामिल रही.
भेरूदान किराना स्टोर से काजू का नमूना लेकर जांच हेतु अजमेर की खाद्य जन प्रयोगशाला भेजा गया है. रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नरेंद्र चौधरी ने कहा कि त्योहारों के मौसम में मावा, घी व अन्य खाद्य सामग्रियों में मिलावट की आशंका अधिक रहती है. आमजन को चाहिए कि वह पैकेजिंग पर इंग्रीडिएंट, मिल्क फैट, बारकोड, निर्माण व समाप्ति तिथि की जांच कर ही सामग्री खरीदें और हमेशा बिल सहित रजिस्टर्ड रिटेलर या वितरक से ही खाद्य उत्पाद लें.
इस कार्रवाई में जिला रसद अधिकारी उपेंद्र ढाका, जिला विधिक माप-विज्ञान अधिकारी सुरेश कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी बाबूलाल, प्रवर्तन निरीक्षक ओमेंद्र और सहायक कर्मचारी राजू राम शामिल रहे. जिला प्रशासन की ओर से यह साफ संदेश है कि मिलावटखोरों के लिए कोई जगह नहीं है. त्योहारों से पहले इस तरह की छापेमारी से मिलावटी खाद्य व्यापारियों में हड़कंप मच गया है.