राजस्थान के अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में एक छोटा ड्रोन मिलने से जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. जेल अधीक्षक पारसमल जांगिड़ ने बताया कि नियमित जांच के दौरान जेल के खाली हिस्से में यह ड्रोन मिला. ऐसा माना जा रहा है कि जेल में लगे जैमर के कारण ड्रोन का सिग्नल बाधित हुआ और वह गिर गया.
पुलिस ने सिविल लाइंस थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस बात की पड़ताल की जा रही है कि ड्रोन जेल तक कैसे पहुंचा और इसका उद्देश्य क्या था. जेल अधीक्षक ने बताया कि यह एक बेबी ड्रोन है, जिसका इस्तेमाल सामान्यतः फोटोग्राफी के लिए किया जाता है. हालांकि, जेल में आतंकियों और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात अपराधियों के होने के कारण मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है.
हाई-सिक्योरिटी जेल में मिला ड्रोन
राजस्थान की इस एकमात्र हाई सिक्योरिटी जेल में कई खतरनाक अपराधी और आतंकी बंद हैं, जिनमें बम ब्लास्ट और कन्हैया लाल हत्याकांड के आरोपी शामिल हैं. ड्रोन मिलने के बाद जेल प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और कड़ा कर दिया है. पुलिस और जेल प्रशासन की टीमें यह पता लगाने में जुटी हैं कि ड्रोन का इस्तेमाल कहीं किसी गैरकानूनी गतिविधि के लिए तो नहीं किया गया.
सुरक्षा एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू की
इस मामले पर जेल के सफाईकर्मी की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया है. उसने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि सुबह 11 बजे जब वो सफाई कर रहा था तो उसे ड्रोन पड़ा देखा. ड्रोन को जब्त कर पुलिस मामले की जांच कर रही है. कहीं कोई हथियार या मोबाइल पहुंचाने की रेकी के लिए तो इसका इस्तेमाल तो नहीं की जा रहा था. मौके पर जेल डीआईजी समेत आला पुलिस अधिकारी भी पहुंचे. कैदियों के बैरकों और उनके मूवमेंट की भी जांच की गई. जेल में ड्रोन मिलने से सुरक्षा एजेंसियां इसे गंभीरता से ले रही हैं.