देश में नवरात्रि और दशहरा के मौके पर जगह-जगह डांडिया कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसी कड़ी में राजस्थान के भरतपुर में भी बड़े स्तर पर डांडिया कार्यक्रम आयोजित किया गया. लेकिन इस बार कार्यक्रम के गेट पर कुछ ऐसा हुआ जिसने विवाद खड़ा कर दिया.
जानकारी के मुताबिक, डांडिया स्थल के मुख्य गेट पर बजरंग दल द्वारा “लव जिहाद” के पोस्टर लगाए गए थे. इसके अलावा आयोजकों ने साफ कर दिया कि इस कार्यक्रम में केवल हिन्दू कपल्स ही प्रवेश पा सकेंगे. गेट पर आने वाले सभी लोगों के आधार कार्ड की जांच की जा रही है, खासकर मुस्लिम समुदाय की महिलाओं और पुरुषों की एंट्री पर रोक लगाई गई है.
आयोजक राजीव चौधरी ने बताया कि इस इवेंट के लिए हमने 500 एंट्री पास छपवाए थे और वे सभी बिक चुके हैं. ये पास केवल कपल्स के लिए हैं, जबकि महिलाएं अकेले भी आ सकती हैं. पुरुष केवल कपल के रूप में ही प्रवेश पा सकते हैं.
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर उठाया कदम- बजरंग दल
राजीव ने कहा कि यह कार्यक्रम हिन्दू संस्कृति और परंपराओं को ध्यान में रखकर आयोजित किया गया है. उन्होंने आगे बताया कि यह पहल पहली बार की जा रही है और इसे बजरंग दल के सुझाव पर लागू किया गया है. उनका कहना है कि इस तरह से अपनी बहनों और बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है.
इस बीच, पुलिस ने कहा कि यह एक निजी कार्यक्रम है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस का जाप्ता तैनात किया गया है. सीओ पंकज यादव ने बताया कि महिला कांस्टेबल भी तैनात की गई हैं ताकि किसी तरह की अप्रिय घटना न हो. उन्होंने कहा कि हिन्दू संगठनों द्वारा गैर सनातनी को प्रवेश न देने की बात सामने आई है, लेकिन पुलिस का काम सिर्फ सुरक्षा सुनिश्चित करना है.
कार्यक्रम स्थल पर गेट के दोनों तरफ बजरंग दल के दो पोस्टर लगे हैं. आयोजक ने कहा कि इस पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है. हालांकि, सोशल मीडिया और स्थानीय लोगों में इस कदम को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कई लोग इसे हिन्दू संस्कृति का संरक्षण मान रहे हैं, तो कुछ इसे भेदभावपूर्ण कदम बता रहे हैं.
भरतपुर डांडिया कार्यक्रम इस बार सुरक्षा और धार्मिक पहचान को लेकर चर्चा में है. जैसे-जैसे शाम बढ़ रही है, आयोजकों और पुलिस दोनों का ध्यान कार्यक्रम को सुचारू और विवाद-मुक्त तरीके से आयोजित कराने पर है.