राजस्थान : संदिग्ध हालात में युवक की मौत का मामला, तीन दिन तक धरने के बाद नागौर सांसद बेनीवाल की मौजूदगी में सभी मांगों पर बनी सहमति

डीडवाना कुचामन :  जिले के परबतसर उपखंड के सिटावट गांव में 22 वर्षीय युवक रिछपाल पुत्र चेनाराम मेघवाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में विभिन्न मांगों को लेकर दिया जा रहा धरना , सहमति बन जाने के के बाद रविवार रात समाप्त हो गया. रिछपाल का शव गांव के खेत में एक खेजड़ी के पेड़ से लटका हुआ मिला था, जिसे देख परिजनों ने आत्महत्या की बजाय हत्या की आशंका जताई और बाजवास के राजकीय अस्पताल के सामने धरने पर बैठ गए थे.यह धरना पूरे तीन दिन तक चला, जिसमें न्याय की मांग को लेकर भारी संख्या में लोग शामिल हुए.

Advertisement

मामला और पारिवारिक आरोप

मृतक के पिता चेनाराम, जो हैदराबाद में रहते हैं, ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया कि घटना से कुछ समय पहले खेत की टूटी हुई तारबंदी को लेकर पड़ोसियों से विवाद हुआ था। खेत मालिक कैलाशनाथ, उगमनाथ, प्रेमनाथ, शिवजीनाथ, महावीर, सोहननाथ, अनिलनाथ, मनीषनाथ और राजेंद्रनाथ समेत अन्य लोगों ने रिछपाल से पहले बहस की, फिर घर आकर गाली-गलौच की.जब रिछपाल ने मोबाइल से इसका वीडियो बनाना शुरू किया, तो आरोपियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और जान से मारने की धमकी दी.रिछपाल ने यह सारी जानकारी फोन पर अपने पिता को दी थी.

 

इसके बाद रिछपाल अपने चाचा नाथूराम को गांव में बाइक देने गया, लेकिन वापस नहीं लौटा.परिजनों ने उसकी तलाश की तो वह खेत में खेजड़ी के पेड़ से लटका मिला, जिससे पूरे गांव में सनसनी फैल गई. परिजनों ने साफ तौर पर कहा कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि योजनाबद्ध हत्या है और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए.

प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की पहल

मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात किया गया.तीन दिन तक चले धरने के बाद रविवार शाम को नागौर सांसद व RLP सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल धरना स्थल पहुंचे.उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात की और अस्पताल कक्ष में सर्व समाज के प्रतिनिधियों के साथ डीडवाना एडिशनल एसपी हिमांशु शर्मा व कुचामन एडीएम राकेश गुप्ता से वार्ता की.

हनुमान बेनीवाल के हस्तक्षेप और मांग पर पुलिस ने हत्या और एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया.साथ ही प्रशासन और भामाशाहों की ओर से मृतक के परिवार को कुल 15 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा भी की गई.

कार्रवाई और सहमति

पुनः पोस्टमार्टम: मेडिकल बोर्ड के तहत BCMHO की निगरानी में मृतक का पुनः पोस्टमार्टम करवाने पर सहमति बनी.

SIT गठन: मामले की निष्पक्ष जांच के लिए अतिरिक्त एएसपी हिमांशु शर्मा के निर्देशन में एक DySP और तीन SHO स्तर के अधिकारियों को मिलाकर एसआईटी गठित की गई है.

धरना समाप्त: प्रशासनिक आश्वासन और मुआवजा पैकेज के बाद रविवार रात 11 बजे धरना समाप्त करने की घोषणा की गई.

अब आगे क्या?

मृतक के परिजनों की मांग है कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों की गिरफ्तारी हो और निष्पक्ष जांच करवाई जाए।

Advertisements