Rajasthan: उदयपुर पुलिस ने एक बड़े डकैती गिरोह का पर्दाफाश किया है, जिसने जिलेभर में 31 से अधिक वारदातों को अंजाम दिया था. पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने बताया कि 4 जून, 2025 की रात को करदा गांव में उमाराम गमेती और उनके पड़ोसियों के घरों में हुई नकद और आभूषणों की डकैती के संबंध में मिली सूचना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की.
सायरा पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) 2023 की धारा 331 (6), 305 (ए), और 310 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया था. घटना की गंभीरता को देखते हुए, गोपाल स्वरूप मेवाडा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और सूर्यवीर सिंह राठौड़, वृताधिकारी, वृत गिर्वा के सुपरविजन में एक विशेष टीम का गठन किया गया. सायरा थानाधिकारी, उप-निरीक्षक किशोर सिंह के नेतृत्व में गठित इस टीम ने तकनीकी संसाधनों, मुखबिरों से मिली सूचना और वारदात के तरीके का गहन विश्लेषण किया.
पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को हिरासत में लिया है, जिनकी पहचान आशा (21), सोहन (35), सूरज उर्फ सुरेश (19), पुना (45), टीलाराम उर्फ टीला (34) और सोहन (21) के रूप में हुई है. ये सभी आरोपी रावछ और ईटो का खेत, गोगुंदा, उदयपुर के निवासी हैं. पूछताछ में आरोपियों ने करदा गांव की डकैती सहित कुल 31 वारदातों को अंजाम देने की बात कबूल की है. इनमें नकदी, सोने-चांदी के आभूषण, बकरे, भैंसें और अन्य कीमती सामान की लूट शामिल है. टीलाराम उर्फ टीला सायरा थाने का हिस्ट्रीशीटर है और उसके खिलाफ 6 मामले दर्ज हैं, जबकि अन्य आरोपियों के खिलाफ भी आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं.
इस पूरे ऑपरेशन में वृत कार्यालय गिर्वा, उदयपुर के हेड कांस्टेबल अर्जुनसिंह, प्रकाशचंद्र और कांस्टेबल अजयपाल सिंह तथा साइबर सेल से कांस्टेबल लोकेश रायकवाल की महत्वपूर्ण भूमिका रही. पुलिस टीम की इस सफलता से जिले में चोरी और डकैती की वारदातों पर लगाम लगने की उम्मीद है.