Rajasthan: उदयपुर में साइबर ठगी रैकेट का भंडाफोड़: तीन गिरफ्तार

Rajasthan: उदयपुर पुलिस ने साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस मुख्यालय और जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के निर्देशों पर कार्रवाई करते हुए, डी.एस.टी. टीम उदयपुर और हिरणमगरी थाना पुलिस ने सबसिटी सेंटर, हिरणमगरी में चल रहे एक अवैध लेनदेन रैकेट का भंडाफोड़ किया है.

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दिनांक 21.05.2025 को श्याम सिंह रत्नु, पु.नि. प्रभारी डी.एस.टी. टीम को सूचना मिली कि एक काले रंग की वरना कार (नंबर RJ 45 CQ 5418) में तीन युवक बैठकर लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल कर अवैध लेनदेन कर रहे हैं। इस सूचना पर उमेश ओझा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर, उदयपुर और छगन पुरोहित, पुलिस उप अधीक्षक वृत्त नगर पूर्व, उदयपुर के निर्देशन में डी.एस.टी. प्रभारी श्याम सिंह रत्नु और थानाधिकारी भरत योगी के नेतृत्व में टीमों ने त्वरित कार्रवाई की.

पुलिस ने हर्षवर्धन झा, जयेश कुमार खटीक और तुफानसिंह नामक तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 10 मोबाइल, 2 लैपटॉप, विभिन्न कंपनियों की 7 मोबाइल सिम, 10 एटीएम कार्ड, चेक बुक, बैंक डायरी और घटना में प्रयुक्त वरना कार जब्त की गई। तीनों के खिलाफ हिरणमगरी थाने में प्रकरण संख्या 194/2025 (धारा 318(4), 112(2), 61(2) बी.एन.एस. 2023 और 66 व 66 डी आई.टी. एक्ट) दर्ज कर अनुसंधान भरत योगी को सौंपा गया है.

अनुसंधान के दौरान, गिरफ्तार तुफान सिंह को 3 ए.यू. बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले मुख्य सहयोगी दिनेश चंद्र मेनारिया (39 वर्ष, निवासी गांव चौकड़ी, पुलिस थाना आकोला, जिला चित्तौड़गढ़) को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दिनेश चंद्र मेनारिया से ये खाते किन व्यक्तियों के माध्यम से प्राप्त किए गए थे, इस संबंध में आगे की जांच जारी है। इस मामले में अन्य अभियुक्तों की भूमिका को लेकर भी अनुसंधान जारी है.

इस कार्रवाई में जिला स्पेशल पुलिस टीम उदयपुर से श्याम सिंह रत्नु, विक्रम सिंह, करतार सिंह, हितेन्द्र सिंह, सुमेर, सुमित, मुकेश, जितेन्द्र दीक्षित और जगदीश शामिल थे। पुलिस टीम हिरणमगरी से भरत योगी, वसना राम, आनंद सिंह, हेमंत कुमार, हेमेंद्र पाटीदार और करनाराम (साइबर पुलिस थाना) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.

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