अजमेर हाईवे पर शुक्रवार को हुए टैंकर हादसे के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है. हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है. एक और घायल मरीज की मौत हो गई है. इससे पहले एसएमएस अस्पताल के सुपरीटेंडेंट डॉक्टर सुषील भाटी ने बताया कि दो लोगों की मौत हुई थी, और उनका शरीर 70% से अधिक जल चुका था. इनमें से एक को वेंटिलेटर पर रखा गया था. अस्पताल से अब तक पांच लोगों को छुट्टी दे दी गई है, जबकि 15 लोग अभी भी भर्ती हैं, जिनमें से कई नाजुक हालत में हैं.
हालिया मृतकों की पहचान 36 वर्षीय विजेंद्र कुमार, 23 वर्षीय विजिता, और 35 वर्षीय वंशी लाल के रूप में हुई है. डीसीपी अमित कुमार बुढानिया ने बताया कि अभी तक 18 लोगों की जान चली गई है. एक शख्स की पहचान अभी भी नहीं हो पाई है. उसकी डीएनए प्रोफाइलिंग की जा रही है, क्योंकि दो परिवारों ने शव का दावा किया है.
जयपुर-अजमेर हाईवे पर हुआ था हादसा
यह दुर्घटना उस समय हुई जब एक ट्रक ने एक एलपीजी टैंकर को उल्टा मोड़ने की कोशिश में टक्कर मार दी थी. इससे बने आग के गोले ने 34 वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया था. इनमें 10 कंटेनर, सात ट्रेलर, पांच ट्रक, आठ चार पहिया वाहन, दो पिकअप ट्रक और दो स्लीपर बसें शामिल थीं.
ड्राइवर ने पुलिस के सामने किया सरेंडर
एलपीजी टैंकर का ड्राइवर जीवित बच गया था और सोमवार को पुलिस के सामने पेश हुआ. पुलिस ने बताया कि यूपी के मथुरा के रहने वाले 40 वर्षीय जयवीर ने रविवार की रात से पुलिस और अपने एम्पलॉयर की बातचीत के बाद खुद भांकरोटा पुलिस स्टेशन में पेश हुआ. स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के प्रमुख बुढानिया ने इस घटना के बारे में ज्यादा जानकारी देने से मना किया है, लेकिन जांच जारी है.