Rajasthan: श्री महावीर जी 13 अप्रैल स्थानीय दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र श्री महावीरजी के वार्षिक मेले के तहत रविवार, 13 अप्रैल को भगवान महावीर की भव्य रथयात्रा निकाली गई, रथयात्रा में श्रद्धा का सैलाब उमड़ पड़ा, रथयात्रा को प्रदेश की उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने जैन ध्वज दिखाकर जयकारों के बीच रवाना किया.
पूरे देश से आये हुए हजारों की संख्या में श्रद्धालु रथयात्रा में शामिल हुए, आस – पास के गांवों सहित देश के कोने – कोने से आए हजारों श्रद्धालु प्रभु की रथयात्रा के इस पावन अवसर में शामिल होकर खुद को धन्य समझ रहे थे, रथयात्रा में शामिल होने के लिए ग्रामीणजन शनिवार रात ही श्री महावीरजी एवं मंदिर परिसर में आ डटे थे. समूहों में ये ग्रामीणजन रातभर लोकगीतों पर नृत्य कर प्रभु की रथयात्रा के उस अद्वितीय क्षण का इंतजार कर रहे थे, रथयात्रा के शुभारम्भ होने के लगभग दो घंटे पूर्व ही छतों एवं बरामदों में लोगों का जमा होना प्रारंभ हो गया.
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी का हुआ आगमन –
राज्य सरकार की प्रतिनिधि के रूप में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी मुख्य अतिथि के रूप में पहली बार भगवान महावीर के दर्शन करने श्री महावीर जी पहुची, मंदिर के मुख्य स्वागत द्वार पर अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल द्वारा बुके भेट कर कमेटी की ओर से भावभीना स्वागत किया गया.
माननीय उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मंदिर दर्शन के बाद मूलनायक भगवान महावीर स्वामी की भक्ति मय आरती कर पुण्यार्जन किया। तत्पश्चात क्षेत्र कमेटी की ओर से तिलक, माल्यार्पण, शाल ओढाकर एवं भगवान महावीर का छाया चित्र स्मृति चिन्ह के रुप में कमेटी द्वारा भेट किया गया.
इस मौके पर एक चांदी का सिक्का तथा काफी टेबल बुक /महामस्तकाभिषेक की बुक भी भेट की गई। तत्पश्चात माननीया उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने महावीर जी के विकास के लिए पीडीकोर संस्था द्वारा तैयार डीपीआर बुक का अवलोकन किया, उप मुख्यमंत्री ने एल ई डी के माध्यम से पूरा महावीर जी क्षेत्र देखा.
प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल ने माननीया उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी को बताया कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन ग्राम – 2023 का पुरस्कार नौरंगाबाद (श्री महावीर जी ) राजस्थान को कास्य श्रेणी में दिया गया था.
श्री कासलीवाल ने बताया कि भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा दिल्ली के विज्ञान भवन में 23 सितम्बर 2023 को आयोजित समारोह में बेस्ट टेम्पल विलेज इन इण्डिया अवार्ड से नवाजा गया, प्रशासनिक समन्वयक भारतभूषण जैन व कमेटी पदाधिकारियों ने प्राप्त अवार्ड का अवलोकन उप मुख्यमंत्री को करवाया. पुरस्कार के रूप में प्राप्त अवार्ड का अवलोकन कर दिया कुमारी ने प्रसन्नता जाहिर की.
अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल ने शब्दों के द्वारा उप मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए अपने स्वागत उदबोधन में कहा कि आठ दिवसीय लक्खी मेले के पावन अवसर पर महावीर जी की इस पावन भूमि पर पधारना हमारे लिए अत्यंत गौरवपूर्ण और हर्ष का विषय है। उन्होंने महावीर जी के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए प्रतिमा के उदभव की जानकारी दी.
उन्होंने क्षेत्र कमेटी द्वारा महावीर जी क्षेत्र एवं ग्राम वासियों के लिये किये गये विकास कार्यों की जानकारी दी। इस मौके पर महावीर जी के विकास, सिकन्दरा मोड़ से महावीर जी तक की सडक का सुदृढीकरण एवं चौडाईकरण करवाने, गम्भीर नदी के सौन्दर्यीकरण के लिए रिवर फ्रन्ट बनाने सहित पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने की मांग की.
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री ने अपने उदबोधन में कहा कि भगवान महावीर ने अपने विचारों से समाज को मानवता, सत्य, अहिंसा, और भाईचारे का मार्ग दिखाया जो हमारे लिए अनुकरणीय है। उनके उपदेश जीवन स्पर्शी है। जिनमे जीवन की समस्याओं का समाधान समाहित है। जैन समाज के द्वारा समाज के उत्थान के लिए समय समय पर की जा रही सामाजिक सेवा की गतिविधियां प्रशंसनीय है। आस्था का यह केन्द्र श्री महावीर जी आपसी सौहार्द व समरसता का परिचायक है। लक्खी मेले का आयोजन हमारी परम्पराओं का परिचायक है। उन्होंने नौरंगाबाद (श्री महावीर जी ) का नाम श्रेष्ठ पर्यटन ग्राम के रुप में आने तथा भारत सरकार द्वारा इस हेतु अवार्ड देने पर पूरी क्षेत्र कमेटी को किये गये की प्रशंसा की एवं आभार व्यक्त किया।उन्होंने महावीर जी क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास का विश्वास दिलाया।
तत्पश्चात दिया कुमारी ने मंदिर के नीचे ध्यान मंदिर स्थित रत्न प्रतिमाओं के दर्शन एवं अवलोकन किया.
अन्त में मानद् मंत्री सुभाष चन्द जैन ने आभार व्यक्त किया।
मुख्य मन्दिर से महावीर भगवान की प्रतिमा का अभिषेक करने के बाद केसरिया वस्त्र पहने , रजत मुकुट लगाये एवं इन्द्रों का रूप धारण किए श्रद्धालुओं ने प्रतिमा को मंदिरजी से पालकी में लाकर बाहर पाण्डाल में स्वर्णिम आभा से सुसज्जित विशाल रथ में विराजमान किया.
तत्पश्चात उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने मंदिर प्रांगण से निकलने वाली रथयात्रा को जयकारों के बीच जैन ध्वज दिखाकर रवाना किया. इससे पहले प्रबंधकारिणी कमेटी द्वारा मूलनायक भगवान महावीर स्वामी की मूर्ति निकालने वाले चर्मकार वंशज के प्रतिनिधि का सम्मान किया गया, इसके बाद मुनि चिन्मयानन्द महाराज के सानिध्य में जयकारों के बीच रथयात्रा का शुभारम्भ हुआ, सबसे आगे निशान का घोड़ा उसके बाद बैण्ड था , जो केसरिया बाना पहनकर स्वर लहरियां बिखेर रहा था । बैण्ड के पीछे 21 केसरिया ध्वज रथयात्रा को विशिष्ट स्वरूप दे रहे थे । वही पूरे देश से आये हुए विभिन्न संस्थाओं के 1000 से अधिक पदाधिकारी एवं सदस्यगण तथा जयपुर सहित आसपास के गांवों कस्बों से आये हजारों श्रद्धालु जयकारे लगाते हुये भक्तिमय माहौल बना रहे थे । उसके पीछे धर्मचक्र और फिर जैन मूल संघ आमनाय भट्टारकजी की पालकी को उठाये श्रद्धालु चल रहे थे । पालकी के पीछे विशालकाय ऐरावत हाथी ग्रामीणों का मन मोह रहा था । ऐरावत पर क्षेत्र कमेटी के कार्यकारिणी सदस्य सुरेश सबलावत के साथ अन्य समाजश्रेष्ठी विराजमान थे । घोडो वाले नवीन रथ पर जिनवाणी को लेकर तथा सारथी के रूप में समाजश्रेष्ठियों सहित कमेटी के संयुक्त मंत्री उमराव मल संघी, कार्यकारिणी सदस्य डाॅ. पदम कुमार जैन, अनिल पाटनी दीवान, रुपिन काला चंवर ढुला रहे थे। पहली बार रथयात्रा में शामिल कृत्रिम बैलों वाले नवीन मुख्य रथ पर भगवान महावीर की प्रतिमा विराजमान थी. पहली बार उपयोग में आये इस नवीन रथ को खीच रहे कृत्रिम बैलों को क्षेत्र कमेटी की ओर से 19 किलो चांदी की झूल ओढाई गई.
उपजिला कलेक्टर , हिण्डौन हेमराज गुर्जर व प्रबन्धकारिणी कमेटी के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल सारथी के रूप में बैठे थे वही रथ की स्टेयरिंग को संयुक्त मंत्री प्रदीप कुमार जैन सम्हाले हुए थे। रथ पर कमेटी के उपाध्यक्ष शांति कुमार जैन, मानद् मंत्री सुभाष चन्द जैन, कोषाध्यक्ष विवेक काला एवं कार्यकारिणी सदस्य हेमन्त सोगानी चॅवर ढुला रहे थे । रथयात्रा के साथ प्रबंधकारिणी समिति के सदस्य नरेश कुमार सेठी , जस्टिस नगेन्द्र कुमार जैन, जस्टिस नरेन्द्र कुमार जैन, पूनम चन्द शाह,सुधीर कासलीवाल सहित मेले के प्रचार संयोजक विनोद जैन कोटखावदा ,रमेश तिजारिया, सुभाष चन्द जैन पाण्डया, अशोक जैन नेता , महेश काला , भानू छाबडा , मनीष बैद, योगेश टोडरका, भारतभूषण जैन, राजेश बड़जात्या,सुभाष पाटनी, पदम भौंसा, अनिल जैन बनेठा,
राकेश छाबड़ा, हीरा चन्द बैद ,राजेन्द्र बैद,प्रदीप ठोलिया, चन्द्रेश जैन ,संजय छाबडा , महेश जैन, अशोक गंगवाल क्षेत्र के मैनेजर नेमीकुमार पाटनी,पं. मुकेश जैन शास्त्री विकास पाटनी, सहित कई गणमान्य श्रेष्टीजन , जयपुर सहित पूरे देश से आये हजारो श्रद्धालुगण भगवान महावीर के जयकारे लगाते चल रहे थे । रथयात्रा को मीणा जाति के लोग नाचते कूदते गम्भीर नदी के तट पर ले गये गम्भीर नदी के तट पर रथ यात्रा धर्मसभा में परिवर्तित हो गई । यहां दिगम्बर जैन संतो, आर्यिका माताजी के सानिध्य में श्रीजी की अष्टद्रव्यों से संगीतमय पूजा अर्चना के पूर्व दिगम्बर जैन क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष सुधान्शु कासलीवाल ने स्वागत उदबोधन देते हुए क्षेत्र एवं पूरे ग्राम में वर्षभर कराये गये विकास कार्यों एवं भावी योजनाओं की जानकारी दी । साथ ही उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए क्षेत्र कमेटी द्वारा उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी को दिये गये प्रस्तावों तथा सरकार की ओर से क्षेत्र कमेटी द्वारा प्रस्तुत मांगों एवं दिये गये प्रस्तावों पर सरकार की ओर से सकारात्मक रुख अपनाने के लिए उप मुख्यमंत्री द्वारा दिये गये आश्वासन के बारे में बताया.
अन्त में जयकारों के बीच पं.मुकेश जैन के निर्देशन में भगवान के जल, इक्षु रस, घृत, दुग्ध, दधि, सर्वोषधि, चन्दन, पुष्प वृष्टि सहित पंचामृत कलशाभिषेक किए गए । मंगल आरती की गई।चतुष्कोण एवं पूर्ण सुगंधित कलशाभिषेक के बाद विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए शांतिधारा की गई। इस मौके पर श्री वीर संगीत मण्डल, जयपुर द्वारा भक्तिरस बरसाया गया। लखनऊ निवासी समाजश्रेष्ठी इन्द्र कुमार जैन परिवार ने श्रीजी की फूल माल का पुण्यार्जन किया ।अंत में प्रबन्धकारिणी कमेटी की ओर से मानद मंत्री सुभाष चन्द जैन जौहरी ने उपस्थित एवं मेले में सहयोग देने के लिए सभी महानुभावों का धन्यवाद ज्ञापित किया गया । इस दौरान पूरा मण्डप जयकारों से गूंजता रहा । धर्मसभा के पश्चात गुर्जर जाति के ग्रामीणजन जिनेन्द्र रथ को मंदिर परिसर तक लेकर आए । रथयात्रा की वापसी पर मुख्य रथ पर अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल के स्थान पर सारथी के रूप में समाजश्रेष्ठी इन्द्र कुमार जैन बैठे। इस दौरान श्री वीर सेवक मण्डल , जयपुर एवं मंदिर के कार्यकर्ताओं ने व्यवस्थाओं को बखूबी संभाला । सायंकाल नदी तट पर हुई घुड़दौड़ एवं उंट दौड़ का भी ग्रामीणों ने आनंद लिया.
इससे पूर्व प्रातः चौबीसी परिसर में भगवान महावीर की खडगासन प्रतिमा के जयकारों के साथ जल एवं दुग्ध से महामस्तकाभिषेक किये गये। विश्व में सुख शांति और समृद्धि की कामना करते हुए शांतिधारा की गई। इस मौके पर कमेटी पदाधिकारियों एवं कार्यकारिणी सदस्यों सहित बडी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए.
नाटक व सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी का मन मोहा – श्री महावीरजी में शनिवार, 12 अप्रैल को रात्रि कटला प्रांगण में महिला जागृति संघ, जयपुर द्वारा श्रीमहावीर जी के मेले में नाटक, ‘सीता की अग्नि परीक्षा ‘का सुन्दर मंचन किया गया। इस मौके पर रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी गई। दीप प्रज्जवलन एवं मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम का आगाज़ हुआ । प्रसिद्ध निर्देशक राजू शर्मा एवं अध्यक्ष शशि जैन जैन के निर्देशन में नाटक के दौरान नृत्यांगनाओं की भूमिका निभा रही बच्चियों ने अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया,
श्री महावीर जी की समिति ने पूरी टीम का साधुवाद दिया। इससे पूर्व कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्यों का दर्शकों ने भरपूर आनन्द लिया. प्रभु महावीर की महिमा के गुणगान के साथ ही कलाकारों ने नाटक की प्रस्तुति से जमकर तालियां बटोरीं.
कवि सम्मेलन में किये भगवान महावीर के गुणगान – तेज बरसात के कारण आधा घंटे बाद रद्द करना पडा कवि सम्मेलन रात्रि में सांस्कृतिक मंच पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें देश के प्रख्यात कवियों ने भगवान महावीर के कृतित्व व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला, महावीर के दिव्य संदेश ‘जीओ और जीने दो’ सहित अहिंसा, शाकाहार, त्याग तपस्या का बखान किया। इससे पूर्व दौसा की सपना सोनी ने वन्दना से शुभारंभ किया। कवि सम्मेलन के शुरु में कवि तेज नारायण शर्मा, उदयपुर की दीपिका माही, सुमित ओरछा, अभिराम पाठक, सपना सोनी दौसा, विकास वोखल, मारुति नन्दन, प्रहलाद चांडक का माल्यार्पण कर कमेटी की ओर से स्वागत व सम्मान किया गया। तेज बारिश आ जाने के कारण आधा घंटे बाद कवि सम्मेलन का समापन हो गया।
मेले का समापन समारोह सोमवार को
प्रबन्धकारिणी कमेटी के अध्यक्ष सुधांशु कासलीवाल एवं मानद् मंत्री सुभाष चन्द जैन ने बताया कि, आठ दिवसीय श्री महावीरजी के वार्षिक लक्खी मेले का समापन सोमवार 14 अप्रैल को दोपहर दो बजे नदी तट पर ग्रामीण खेल – कूद एवं कुश्ती दंगल की प्रतियोगिता के साथ होगा.