तीन दिवसीय इस भव्य आयोजन में प्रदेशभर से 27 बालक और 21 बालिका टीमों ने भाग लिया. कबड्डी का खुमार ऐसा छाया कि दर्शकों की भीड़ रात 3 बजे तक मैदान में डटी रही.
प्रतियोगिता परिणाम – जयपुर की बादशाहत
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बालिका वर्ग में:
🥇 जयपुर, 🥈 बीकानेर, 🥉 चूरू व अलवर (संयुक्त) -
बालक वर्ग में:
🥇 जयपुर, 🥈 सीकर, 🥉 भरतपुर व हनुमानगढ़ (संयुक्त)
विजेता टीमों को मंच पर सम्मानपूर्वक ट्रॉफी और मैडल प्रदान किए गए। यह प्रतियोगिता पहली बार 18 वर्ष आयु वर्ग के लिए आयोजित की गई, जिसमें खिलाड़ियों का उत्साह देखने लायक था.
“डीडवाना खेलों की उपजाऊ भूमि है” – जितेंद्र सिंह जोधा
समापन समारोह के मुख्य अतिथि भाजपा नेता जितेंद्र सिंह जोधा ने कहा:
“राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में पहली बार कबड्डी के 18 और बास्केटबॉल के 23 वर्ष आयु वर्ग को शामिल किया गया है, और सौभाग्य से दोनों की मेज़बानी डीडवाना को मिली। यह धरती वर्षों से ऐसे खिलाड़ियों को जन्म देती रही है जो विदेशों तक देश का नाम रोशन करते हैं.”
“बेहतर आयोजन हमारा संकल्प था” – डॉ. सोहन चौधरी
आयोजन सचिव डॉ. सोहन चौधरी ने आयोजन की सफलता पर प्रसन्नता जताते हुए कहा:
“हमारा लक्ष्य एक बेहतरीन और अनुशासित खेल आयोजन करना था, जिसे खिलाड़ियों और दर्शकों ने ऐतिहासिक बना दिया। हम भविष्य में और भी खेल आयोजनों के लिए संकल्पबद्ध हैं.”
“कबड्डी किसानों और गांवों का खेल है” – भंवरू खान
नागौर जिला कबड्डी संघ के सचिव भंवरू खान ने कहा:
“हमारा उद्देश्य गांवों की प्रतिभाओं को पहचान देना है, ताकि वे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपना दमखम दिखा सकें। कबड्डी हमारे ग्रामीण समाज की आत्मा है.”
समारोह में रहे अनेक गणमान्य उपस्थित:
इस आयोजन में राजस्थान कबड्डी संघ के सचिव अब्दुल जब्बार, कोषाध्यक्ष कैलाश चंद सैनी, सद्भावना क्लब के मकसूद खान पठान, पूजा एकेडमी के डॉ. बजरंग सिंह राठौड़, भाजपा किसान मोर्चा के रामा किशन खीचड़, खेल अधिकारी सोहनलाल गोदारा, सेवानिवृत्त एडीएम रामपाल शर्मा, गणेश योगी, राजेश चौधरी, भगवान सिंह राठौड़, सुखानंद स्वामी, ओमप्रकाश सोलंकी, दामोदर होलानी, आनंद अंबापा, अब्दुर्रहीम पडिहार, सहदेव ठोलिया, कालू मिस्त्री और गजराज सिंह जैसे अनेक विशिष्ट जन उपस्थित रहे.