राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कांग्रेस पर तीखा हमला किया है. 31 जुलाई को रामदेवरा में दौरे पर गए एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अब वक्त आ गया है कि कांग्रेस और उसके नेता अपनी मानसिकता बदलें.
यह प्रतिक्रिया उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के एक बयान पर दी. सीएम भजनलाल शर्मा ने गहलोत के बयान को आस्था का अपमान बताया और कहा कि “पूर्व मुख्यमंत्री को भी अब भजन करना चाहिए, क्योंकि झूठे वादों और जादूगरी से कुछ नहीं होगा.”
अशोक गहलोत के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
बता दें कि अशोक गहलोत ने सीकर के नीमकाथाना में कहा था कि “जिस दिन यमुना का पानी वहां पहुंचेगा, उस दिन मुख्यमंत्री शर्मा को माला पहनाऊंगा.” पीटीआई के अनुसार, इसी पर पलटवार करते हुए शर्मा ने कहा, “कांग्रेस के लोग कहते हैं कि मुख्यमंत्री मंदिर बहुत जाते हैं, तो क्या अब मैं अपने आस्था केन्द्रों पर न जाऊं?” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को समझना होगा कि मंदिर जाना कोई अपराध नहीं बल्कि व्यक्तिगत आस्था का विषय है.
मालेगांव बम विस्फोट मामले पर भी बोले CM
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मालेगांव बम विस्फोट मामले में कोर्ट के फैसले का समर्थन करते हुए कांग्रेस को घेरा. उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति के तहत ‘भगवा आतंकवाद’ जैसा अपमानजनक झूठ फैलाया.” उन्होंने आगे कहा, “निर्दोष संतों और हिन्दू समाज की गरिमा को लक्ष्य कर झूठे आरोप गढ़े गए थे.”
हिन्दू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता- CM
मुख्यमंत्री ने कोर्ट के निर्णय को ‘न्याय की जीत’ बताया और कहा कि “अब दूध का दूध और पानी का पानी हो गया है.” उन्होंने यह भी जोड़ा कि “यह फैसला यह साबित करता है कि हिन्दू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता.” मालेगांव मामले में सभी आरोपियों के बरी होने को लेकर उन्होंने कांग्रेस की नीयत और राजनीति पर सवाल खड़े किए.