उदयपुर: राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन उदयपुर शहर ने चिकित्सा शिक्षा सचिव अमरीश कुमार को ज्ञापन सौंपकर नर्सेज की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं पर ध्यान आकर्षित किया। संभागीय अध्यक्ष नरेश पूर्बिया के नेतृत्व में जिला अध्यक्ष पवन कुमार दानाध्यक्ष और प्रवीण चरपोटा सहित एक प्रतिनिधिमंडल ने सचिव से मुलाकात कर अपनी मांगों को पुरजोर तरीके से रखा.
प्रतिनिधिमंडल ने संविदा से नियमित हुए नर्सेज को संविदा सेवा काल का नोशनल लाभ देने की प्रमुख मांग उठाई। इसके अतिरिक्त, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर और नर्सिंग ट्यूटर को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा देने का भी आग्रह किया गया. एसोसिएशन ने प्रतिवर्ष समयबद्ध पदोन्नति प्रक्रिया (डीपीसी) आयोजित करने और पदोन्नति सूची से सेवानिवृत्त सीनियर नर्सिंग ऑफिसर का नाम हटाने की आवश्यकता पर बल दिया.
पोस्ट ग्रेजुएट नर्सेज को पूर्व की भांति दो अतिरिक्त इंक्रीमेंट प्रदान करने की मांग भी रखी गई, जैसा कि चिकित्सकों को पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद मिलता है। संगठन ने जयपुर में एक अलग नर्सिंग निदेशालय स्थापित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
ज्ञापन में संविदा और एजेंसी के माध्यम से कार्यरत नर्सिंग ऑफिसरों को नियमित करने और उन्हें 36000 रुपये प्रति माह का सम्मानजनक वेतन प्रदान करने की भी मांग शामिल थी.
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष पवन कुमार दानाध्यक्ष, प्रवीण चरपोटा, संरक्षक रमेश मीणा, प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष परमार, संभागीय अध्यक्ष नरेश पूर्बिया, जितेन्द्र कुमार चौबीसा, मुकेश डामोर, सागर भट्ट, हरीश मीणा, दिव्यांशु, तुलसी, प्रमिला, रेखा, ममता सहित कई नर्सिंग ऑफिसर उपस्थित थे. चिकित्सा शिक्षा सचिव अमरीश कुमार का स्वागत प्रधानाचार्य डॉ. विपिन माथुर और अधीक्षक डॉ. आर एल सुमन की उपस्थिति में उपरणा व पगड़ी पहनाकर किया गया.