डीडवाना – कुचामन : राजस्थान में डाक सेवाओं के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए आज मंगलवार से प्रदेश के सभी डाकघरों में पुराने “दर्पण” सॉफ्टवेयर की जगह नवीनतम IT 2.0 सॉफ्टवेयर को लागू कर दिया गया है। इस बदलाव के साथ ही डीडवाना – कुचामन और नागौर जिले के कुल 558 डाकघरों में सॉफ्टवेयर माइग्रेशन की प्रक्रिया सफलतापूर्वक पूरी कर ली गई है.
डीडवाना डाक निरीक्षक राज चौधरी ने बताया कि IT 2.0 सॉफ्टवेयर के माध्यम से डाक विभाग की पूरी कार्यप्रणाली अब पूरी तरह डिजिटल हो गई है.इस सॉफ्टवेयर के आने से डाक कार्यों की गति और सटीकता में वृद्धि होगी। विभागीय रिपोर्टिंग, डेटा प्रबंधन और डाक की ट्रैकिंग प्रक्रिया पहले से कहीं अधिक कुशल और पारदर्शी बन गई है.उन्होंने कहा कि यह सॉफ्टवेयर एक यूजर फ्रेंडली इंटरफेस के साथ तैयार किया गया है, जिसे हर उम्र का व्यक्ति आसानी से इस्तेमाल कर सकता है.
चौधरी ने यह भी बताया कि यह नया सॉफ्टवेयर न केवल विभागीय कार्यों को गति देगा, बल्कि डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की दिशा में एक निर्णायक पहल साबित होगा, जिससे डाक सेवाएं अधिक स्मार्ट, तेज और ग्राहक हितैषी बनेंगी। देशभर के डाकघर इस तकनीक के जरिए अब पहले से ज्यादा उन्नत, डिजिटल और पारदर्शी सेवा देने में सक्षम होंगे.
राज चौधरी ने आगे कहा कि IT 2.0 एप्लिकेशन डाक विभाग की अगली पीढ़ी की तकनीकी क्षमताओं का प्रतिनिधित्व करता है और यह सुनिश्चित करेगा कि डाक सेवाएं समय के साथ और भी अधिक विश्वसनीय व आधुनिक बनें.
डाक विभाग के कर्मचारी गोपाल लाल ने बताया कि उन्होंने आज से IT 2.0 सॉफ्टवेयर के माध्यम से काम करना शुरू कर दिया है.उन्होंने कहा कि यह प्रणाली तेज है, काम में सरल है और कई तकनीकी खूबियों से युक्त है.इसके माध्यम से उपभोक्ताओं को ट्रैक एंड ट्रेस की सुविधा, क्यूआर कोड आधारित सेवा और अन्य आधुनिक डिजिटल विकल्प उपलब्ध हो पाएंगे। इससे आम नागरिकों को अधिक पारदर्शी, तेज और सुगम सेवाएं मिल सकेंगी.
डाकघरों में इस नए बदलाव को लेकर कर्मचारियों और अधिकारियों में उत्साह देखा जा रहा है.तकनीकी प्रशिक्षण और आवश्यक व्यवस्थाओं के बाद सभी डाकघर अब IT 2.0 के साथ संचालित होने लगे हैं.इससे न केवल कर्मचारियों के कामकाज में सुविधा बढ़ेगी, बल्कि उपभोक्ताओं को भी अधिक भरोसेमंद और त्वरित सेवाएं मिलेंगी.