राजस्थान में बीज घोटाला: ग्वार के नाम पर मक्का, मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने खेतों में पकड़ा फर्जीवाड़ा

हनुमानगढ़: कंपनी ने किसानों को बताया ग्वार का बीज, मंत्री किरोड़ी मीणा पहुंचे खेत तो निकला मक्कामंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा है कि कंपनियों के अनुसार श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में ऐसी 800 जगहों पर बीज का उत्पादन हो रहा है, लेकिन वहां बीज हैं ही नहीं. राजस्थान के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा का नकली बीजों के कारोबार को पकड़ने का अभियान जारी है.

किरोड़ी मीणा ने पिछले तीन दिनों में श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ का दौरा किया और कई खेतों में खुद जाकर नकली बीजों के घोटाले को पकड़ा. मंत्री किरोड़ी मीणा ने इस तरह नकली बीज बेचने को एक संगठित अपराध बताया और कहा कि वह इस बारे में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से बात करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि इस पूरे मामले की जांच SOG या CBI से करवाई जाएगी.

कृषि मंत्री मीणा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर खेतों के औचक निरीक्षण का वीडियो पोस्ट किया है. उन्होंने एक वीडियो में बताया कि रविवार 21 सितंबर को वह श्रीगंगानगर में धालीवाल सीड्स व रामदेव सीड्स के प्रोडक्शन फील्ड का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. लेकिन कंपनियों ने जिस स्थान पर ग्वार के बीज का उत्पादन होता दिखाया था, वहां मौके पर मक्का और मूंग की फसल मिली.

मंत्री ने साथ ही लिखा कि जिस किसान की जमीन पर बीज का उत्पादन किया जा रहा था, उसे यह तक नहीं पता कि कंपनी ने उसका खेत बीज प्रोडक्शन के लिए लिया हुआ है. किसान ने जो बताया उसके अनुसार वह जगह सड़क की थी. इसे सुनकर किरोड़ी ने कहा कि कंपनी ने ‘सड़क पर ही ग्वार बो दी’.

किरोड़ी ने वहां कहा,”ये तो अपनी आंखों के सामने दिख रहा है कि इस खेत से किसान को ग्वार का बीज मिलना चाहिए था, लेकिन वहां ग्वार है ही नहीं. इसका मतलब साफ है कि ये कंपनियां मंडी से बीज उठाती हैं और अच्छी पैकेजिंग कर किसानों को बेच देती हैं.”

मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि कंपनियों के अनुसार श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में ऐसी 800 जगहों पर बीज का उत्पादन हो रहा है, लेकिन वहां बीज हैं ही नहीं. ये कंपनियां केवल फर्जीवाड़ा कर कागज़ पर दिखाकर सरकार से सब्सिडी ले रही हैं.”

किरोड़ी ने कहा, “ये कंपनिया बीज नहीं बेचतीं, अनाज को ही बेचती हैं, और बीज के नाम पर किसान से दस गुना पैसे ले लेती हैं.” कृषि मंत्री ने कहा कि इस तरह की गड़बड़ निजी कंपनियों के अलावा कृभको जैसे सरकारी निगम भी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ‘किसानों को लूटने में कोई पीछे नहीं है’.

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